अफगानिस्तान को लेकर भारत की क्या नीति हो, इस मुद्दे पर केंद्र सरकार ने 26 अगस्त को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। यह बैठक 11 बजे होगी। बैठक में देश के विदेश मंत्री एस जयशंकर सभी दलों के नेताओं को अफगानिस्तान के हालात की जानकारी देंगे।
अफगानिस्तान पर यह सर्दलीय बैठक संसद भवन एनेक्सी के मेन कमेटी रूम में होनी है। बैठक में तृणमूल कांग्रेस पार्टी से लेकर एआईएमआईएम के नेता भी शामिल होंगे। सभी नेताओं के साथ चर्चा के बाद अफगानिस्तान को लेकर भारत की नीति तय किए जाने की संभावना है।
विदेश मंत्री बताएंगे अफगानिस्तान का हाल
बैठक में सबसे पहले विदेश मंत्री अफगानिस्तान की ताजा परिस्थितियों से नेताओं को अवगत कराएंगे। उसके बाद इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी। सर्वदलीय बैठक में नेताओं की शंका का भी समाधान किया जाएगा तथा उनकी राय ली जाएगी।
सरकार वहां फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के साथ ही राजधानी काबुल समेत सभी प्रमुख अफगान शहरों पर तालिबान के एकाधिकार के मद्देनजर सर्वदलीय नेताओं से राय-सलाह मांगेगी।
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बैठक में ये भी होंगे शामिल
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि उनकी पार्टी के नेता भी बैठक में हिस्सा लेंगे। एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने बताया कि बैठक में शामिल होने के लिए उन्हें सूचित किया गया है। वे बैठक में शामिल होंगे।
अब तक 800 लोगों को लाया गया
बता दें कि अब तक 800 से ज्यादा लोगों को अफगानिस्तान से भारत लाया जा चुका है। इसके साथ ही 26 अगस्त को भी 180 लोगों को काबुल से सैन्य विमान से स्वदेश लाए जाने की संभावना है। भारत ने अपने निकासी मिशन का नाम ऑपरेशन देवी शक्ति दिया है। अमेरिकी सेना की वापसी के बाद तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है।