पाकिस्तान में राजनैतिक संकटः संसद भंग लेकिन विपक्ष ने जमाया कब्जा, अब क्या करेगी सेना

अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने के बाद विपक्षी नेताओं ने उग्र रूप धारण कर लिया है और संसद में ही डेरा जमाए हुए हैं।

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पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में इमरान खान सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों का अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने के बाद राजनीति और तेज हो गई है। इमरान की सलाह पर राष्ट्रपति राशिद अल्वी ने नेशनल असेंबली भंग करने की मंजूरी दे दी है लेकिन विपक्षी दल ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इस पर चीफ जस्टिस ने सुप्रीम कोर्ट के जजों की बुलाई बैठक है।

प्रधानमंत्री इमरान खान ने राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को नेशनल असेंबली में भंग करने का प्रस्ताव दिया जिसके बाद राष्ट्रपति ने असेंबली भंग करने की मंजूरी दे दी। इमरान ने देश के नाम अपने संबोधन में कहा कि यह विपक्ष और विदेशी ताकतों का एजेंडा है। मैं सारी कौम को मुबारक देता हूं। मेरे और मुझसे ज्यादा पाकिस्तान के खिलाफ साजिश हो रही थी। अल्लाह देख रहा है, कौम ये सब नहीं होने देगा। अविश्वास प्रस्ताव खारिज कर डिप्टी स्पीकर ने अपनी अथॉरिटी दी है।

विपक्ष पहुंचा सर्वोच्च न्यायालय
पाकिस्तान नेशनल की असेंबली में इमरान सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी द्वारा खारिज किए जाने और वोटिंग नहीं कराने के फैसले के खिलाफ पीएमएल-एन और पीपीपी ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज की मरियम नवाज ने कहा कि विपक्ष ने किया सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला किया है। पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के मुस्तफा नवाज खोखर का कहना है कि उनके वकील कोर्ट पहुंच रहे हैं और मुख्य न्यायाधीश से नोटिस लेने की अपील कर रहे हैं। इसके बाद चीफ जस्टिस ने सुप्रीम कोर्ट के जजों की बुलाई बैठक है।

जनता से चुनाव की तैयारी करने का आह्वान
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में अपनी सरकार के खिलाफ विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने के तुरंत बाद इमरान खान ने देश को संबोधित करना शुरू किया। इमरान ने पाकिस्तानी जनता से चुनाव की तैयारी करने का आह्वान करते हुए कहा कि देश का फैसला आप करेंगे। उधर, पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) नेता मरियम नवाज शरीफ ने कहा है कि इमरान खान पर अनुच्छेद 6 के तहत मुकदमा चलाया जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने पाकिस्तान के संविधान पर हमला करके उसे निरस्त किया।

संसद पर विपक्ष का कब्जा
अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने के बाद विपक्षी नेताओं ने उग्र रूप धारण कर लिया है और संसद में ही डेरा जमाए हुए हैं। करीब 6 हजार सिक्युरिटी जवान संसद की सुरक्षा के लिए वहां मौजूद हैं। इधर, शहबाज शरीफ ने इमरान खान पर हमला बोलते हुए कहा कि खान ने देश को विभाजित करने और देश को गृहयुद्ध की ओर धकेलने का काम किया है। नेशनल असेंबली पर विपक्ष ने कब्जा कर लिया है। विपक्ष ने अयाज सादिक को स्पीकर बनाकर सदन में अपनी कार्यवाही शुरू कर दी है।

सेना का आया पहला बयान
पाकिस्तान की सेना ने सियासी हलचल पर अपना पहला बयान जारी करके इस राजनीतिक घटनाक्रम से खुद को दूर बताया है। सेना ने बयान में कहा कि जो कुछ हुआ, वह राजनीतिक प्रतिक्रिया थी, जिससे सेना का कोई लेना-देना नहीं है।

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