अजीत पवार और देवेंद्र फडणवीस का सुबह-सुबह शपथ ग्रहण पिछले कुछ दिनों से एक बार फिर चर्चा का विषय बना हुआ है। महाराष्ट्र के कई नेताओं ने इस पर प्रतिक्रिया दी है। उस समय सनसनी फैल गई , जब राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील ने कहा कि सुबह-सुबह शपथ ग्रहण पवार की चाल हो सकती है। अब एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने इस पर प्रतिक्रिया दी है।
शरद पवार ने कहा है कि सुबह-सुबह शपथ ग्रहण के जरिए सरकार बनाने की कोशिश की गई, लेकिन एक फायदा यह हुआ कि इस कारण राष्ट्रपति शासन हटा लिया गया। अगर सुबह का शपथ ग्रहण नहीं हुआ होता तो क्या राष्ट्रपति शासन हटाया जाता? क्या उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बन पाते? राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने बयान देते हुए कहा है कि समझने वालों के लिए इशारा काफी है। चिंचवड़ में आगामी उपचुनाव के लिए प्रचार करने के बाद मीडिया के साथ बातचीत में पवार ने शपथ ग्रहण को लेकर यह राज खोला है।
पवार ने साधा भाजपा पर निशाना
पवार ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने देश और प्रदेश में अराजकता की स्थिति पैदा कर दी है। यह चुनाव उसके खिलाफ अपनी राय प्रकट करने का अवसर है। राकांपा प्रमुख पवार ने कहा कि इस चुनाव में नाना काटे की जीत निश्चित है क्योंकि यहां चुनाव में युवाओं ने मोर्चा संभाल रखा है। काटे के प्रचार के लिए चिंचवाड़ निर्वाचन क्षेत्र में पवार की चार सभाएं आयोजित की गईं। उस दौरान पवार बोल रहे थे। पवार ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि देश में साम्प्रदायिक तनाव बढ़ाना, तानाशाही तरीके से शासन करना, आपात स्थिति पैदा करना, अंग्रेजों की तरह फूट डालो और राज करो की नीति के अनुसार शासन करना यह भाजपा की चाल है। शरद पवार ने कहा कि अब लोग निम्न स्तर की राजनीति से तंग आ चुके हैं और लोग इसका जवाब देने के लिए तैयार हैं।