शिवसेना प्रवक्ता तथा राज्यसभा सदस्य संजय राऊत ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने को लेकर पार्टी में विचार किया जा रहा है। इस संबंध में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे और वही इसकी घोषणा करेंगे।
उन्होंने कहा कि राजग उम्मीदवार को वोट देने का मतलब कतई नहीं कि भाजपा को वोट दिया जा रहा है। संजय राऊत ने याद दिलाते हुए कहा कि इससे पहले शिवसेना राष्ट्रपति चुनाव के लिए पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा ताई पाटील और प्रणब मुखर्जी को मतदान कर चुकी है।
समर्थन पर मंथन जारी
शिवसेना सांसद ने 12 जुलाई को पत्रकारों को बताया कि कल शिवसेना सांसदों की बैठक मुंबई में आयोजित की गई थी। बैठक में सांसद श्रीकांत शिंदे और भावना गवली को छोड़कर सभी सांसद उपस्थित थे। बैठक में कई सांसदों ने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन करने की मांग की, साथ ही कई सांसदों ने यशवंत सिन्हा के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मू आदिवासी हैं, शिवसेना के कई जनप्रतिनिधि भी आदिवासी हैं, इसलिए शिवसेना द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने पर विचार कर रही है।
शिंदे गुट पर आरोप
उल्लेखनीय है कि शिवसेना सांसद राहुल शेवाले ने उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने को कहा था। इस मुद्दे पर दिल्ली में सांसद कृपाल तुमाने के आवास पर भी शिवसेना के तकरीबन दस सांसदों ने बैठक की थी। शिवसेना से अलग हुए शिंदे समूह इसी मुद्दे पर शिवसेना सांसदों में मतभेद फैलाने का प्रयास कर रहा था। बताया जा रहा है कि शिंदे समूह को मात देने के लिए शिवसेना खुद द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का निर्णय लेने जा रही है। इससे शिवसेना सांसदों में होने वाली संभावित फूट को टाला जा सकता है।