शिवसेना प्रवक्ता व राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार गिराने के लिए उन पर तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार पर दबाव डाला जा रहा है और जेल में डालने की धमकी दी जा रही है। इसके लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के माध्यम से साजिश रची जा रही है। इसी वजह उन्होंने विस्तृत जानकारी सहित उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को पत्र लिखा है।
संजय राउत ने विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर शिवसेना अपनी औकात पर उतर गई तो आप नागपुर तक नहीं पहुंच सकेंगे। मैं अगली पत्रकार वार्ता सेना भवन में करूंगा। उसके बाद की पत्रकार वार्ता मुंबई ईडी कार्यालय के सामने हजारों लोगों की उपस्थिति में करूंगा।
सरकार गिराने का बनाया जाता है दबाव
राउत ने 9 फरवरी को पत्रकारों को बताया कि भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन से अलग होने के बाद से शिवसेना नेताओं को केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से अनायास परेशान करना शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भी इसी तरह राज्य सरकार गिराने के लिए कहा गया। मुझे कहा गया कि सरकार गिराओ नहीं तो तुम्हारा हाल पूर्व रेलवे मंत्री जैसा कर देंगे। संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र के दो मंत्रियों सहित उन्हें जेल में डालने की साजिश ईडी के माध्यम से रची जा रही है, लेकिन वे झुकने वाले नहीं हैं।
भाजपा के इशारे पर ईडी करती है काम
संजय राउत ने बताया कि ईडी के दफ्तर में चंद नेताओं की इंट्री है और वहां से तय किया जाता है कि किस पर कार्रवाई की जाए। हद तो तब हो गई, जब ईडी की टीम ने उनकी बेटी की शादी में फूल देने वाले, सजावट का काम करने वालों को दफ्तर में बुलाकर घंटों सिर्फ कितने पैसे मिले, किसी का नाम लो, जैसे सवाल पूछे। पीएमएलए कानून 2003 में अस्तित्व में आया है, उससे पहले के मामलों की छानबीन ईडी आखिर क्यों कर रही है?