मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी ने काहिरा में 25 जून को भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’ सम्मान से अलंकृत किया। ‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’ मिस्र का सर्वोच्च राजकीय सम्मान है। प्रधानमंत्री मोदी मिस्र की दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर 24 जून से राजधानी काहिरा में हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के पास विभिन्न देशों से 13 ऐसे अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार हैं, जो अब तक किसी भी प्रधान मंत्री को मिले पुरस्कारों से अधिक हैं। इस कारण भारत के लिए यह पुरस्कार ऐतिहासिक है।
Egypt confers its highest state honour, the order of Nile Award, on Prime Minister Narendra Modi, in recognition of his role and contribution at the global stage.
PM Modi has 13 such international awards from different countries, higher than any other Prime Minister has ever had. pic.twitter.com/xq1G8UEOLc— Amit Malviya (@amitmalviya) June 25, 2023
कई द्विपक्षीय समझौते पर लगी मुहर
राजकीय यात्रा के आखिरी दिन काहिरा में प्रधानमंत्री मोदी ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से मुलाकात की। इस दौरान कई द्विपक्षीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने काहिरा स्थित हेलियोपोलिस वॉर मेमोरियल का दौरा किया। हेलियापोलिस वॉर मेमोरियल भारत के लिए काफी अहम है। प्रथम विश्व युद्ध में शहीद करीब चार हजार सैनिकों की वीरगाथा यहां दर्ज हैं। नरेन्द्र मोदी ने इन शहीदों को नमन किया और इन्हें श्रद्धांजलि दी।
ऐतिहासिक अल-हाकिम मस्जिद का किया दौरा
प्रधानमंत्री मोदी ने यहां की ऐतिहासिक अल-हाकिम मस्जिद का दौरा किया। इस दौरान मौजूद लोगों से बात भी की। यह मस्जिद 13,560 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैली हुई है। इसका जीर्णोद्धार बोहरा समुदाय ने कराया था। 24 नवंबर,1980 में यह नए रूप में लोगों के सामने आई। इसकी मरम्मत की जिम्मेदारी दाऊदी बोहरा समुदाय के 52वें धर्मगुरु सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन ने ली थी। इसमें कुल 27 महीने लगे। इस मस्जिद को ऐतिहासिक काहिरा के हिस्से के रूप में 1979 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल के रूप में शामिल किया था।