क्या भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 2019 में साथ आकर महाराष्ट्र में सरकार बनाने का ऑफर किया था, इस तरह के सवाल आज भी पूछे जाते हैं। इसे लेकर राकांपा प्रमुख शरद पवार ने करीब दो साल बाद रहस्योद्घाटन किया है। पवार ने कहा है कि पीएम मोदी ने खुद उन्हें साथ आकर सरकार स्थापित करने का ऑफर दिया था, लेकिन उनके विचार भाजपा से मेल नहीं खाते थे। इसलिए उन्होंने पीएम को मना कर दिथा था, इसके बावजूद मोदी ने इस बारे में विचार करने को कहा था।
पवार ने कहा कि उस समय शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा के बीच कोई बात नहीं हुई थी। शायद इसलिए उन्होंने ऐसा कहा होगा।
भाजपा के कारण बनी महाविकास आघाड़ी की सरकार
पवार ने आगे कहा, “चुनाव नतीजों के बाद भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना गठबंधन के पास स्पष्ट बहुमत था। हालांकि, उद्धव ठाकरे ने एक अलग भूमिका अपनाई और उनके तथा भाजपा नेतृत्व के बीच समझौता नहीं हो पाया। उनके बीच बढ़ती दूरी हमारे लिए एक अवसर थी। हमने उस अवसर का लाभ उठाया और भाजपा के कारण ही महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी की सरकार बनी। बाला साहब मेरे दोस्त थे। इसलिए मैं उनके बेटे का समर्थन करता हूं।”
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अजित पवार को मैं भेजा होता..
पवार ने इस बात से भी इनकार किया कि अजित पवार को उन्होंने देवेंद्र फडणवीस के साथ मिलकर सरकार बनाने को कहा था। पवार ने कहा कि अगर मैंने ऐसा किया होता, तो अजित पवार भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने में सफल हो जाते।