प्रयागराज में बोले पीएम, “आज यूपी में सुरक्षा भी है…!”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रयागराज में 21 दिसंबर को अपने संबोधन में पूर्व सरकार पर जमकर निशाना साधा, वहीं सीएम योगी की जमकर तारीफ की।

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प्रयागराज में 21 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ढाई लाख से अधिक महिलाओं को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि इस नई यूपी को कोई वापस अंधेरे में नहीं धकेल सकता। पांच साल पहले यूपी की सड़कों पर गुंडों का राज था। बेटियों का स्कूल-कॉलेज जाना मुश्किल था। लेकिन योगी जी ने उनको अब सही जगह दिखा दी है।

संगमनगरी में पीएम ने उत्तर प्रदेश की लाखों महिलाओं को बड़ा उपहार दिया। उन्होंने स्वयं सहायता समूहों के बैंक खाते में 1000 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए। इससे 16 लाख से अधिक महिलाएं लाभान्वित हुईं। इसके आलावा मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के 1.01 लाख लाभार्थियों के खाते में 20 करोड़ से अधिक की राशि भी ट्रांसफर की।

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पीएम के संबोधन की खास बातें

  • अभी मुझे यहां मुख्यमंत्री कन्या सुमंगल योजना की लाभार्थी बेटियों के खातों में करोड़ों रुपए ट्रांसफर करने का सौभाग्य मिला।
  • यूपी सरकार ने बैंक सखियों के ऊपर 75 हजार करोड़ रुपए के लेनदेन की जिम्मेदारी सौंपी है। 75 हजार करोड़ रुपए का कारोबार गांवों में रहने वाली मेरी बहनें बेटियां कर रही हैं।
  • आज यूपी में सुरक्षा भी है, अधिकार भी हैं। आज यूपी में संभावनाएं भी हैं, व्यापार भी है। मुझे पूरा विश्वास है, जब हमारी माताओं बहनों का आशीर्वाद है, इस नई यूपी को कोई वापस अंधेरे में नहीं धकेल सकता।
  • 5 साल पहले यूपी की सड़कों पर माफियाराज था। यूपी की सत्ता में गुंडों की हनक हुआ करती थी। इसका सबसे बड़ा भुक्तभोगी कौन था? मेरे यूपी की बहन बेटियां थीं। उन्हें सड़क पर निकलना मुश्किल हुआ करता था। स्कूल, कॉलेज जाना मुश्किल होता था।
  • आप कुछ कह नहीं सकती थीं, बोल नहीं सकती थीं। क्योंकि थाने गईं तो अपराधी, बलात्कारी की सिफारिश में किसी का फोन आ जाता था। योगी जी ने इन गुंडों को उनकी सही जगह पहुंचाया है।
  • बिना किसी भेदभाव, बिना किसी पक्षपात, डबल इंजन की सरकार, बेटियों के भविष्य को सशक्त करने के लिए निरंतर काम कर रही है।
  • अभी कुछ दिन पहले ही केंद्र सरकार ने एक और फैसला किया है। पहले बेटों के लिए शादी की उम्र कानूनन 21 साल थी, लेकिन बेटियों के लिए ये उम्र 18 साल ही थी।
  • बेटियां भी चाहती थीं कि उन्हें उनकी पढ़ाई लिखाई के लिए, आगे बढ़ने के लिए समय मिले, बराबर अवसर मिलें। इसलिए, बेटियों के लिए शादी की उम्र को 21 साल करने का प्रयास किया जा रहा है।
  • देश ये फैसला बेटियों के लिए कर रहा है, लेकिन किसको इससे तकलीफ हो रही है, ये सब देख रहे हैं।
  • रोजगार के लिए, परिवार की आमदनी बढ़ाने के लिए जो योजनाएं देश चल रही हैं, उसमें भी महिलाओं को बराबर का भागीदार बनाया जा रहा है।
  • मुद्रा योजना आज गांव-गांव में, गरीब परिवारों से भी नई-नई महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित कर रही है।

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