छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज और राज्यसभा सदस्य उदयन राजे भोसले ने 15 दिसंबर को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद हल करने के लिए दोनों राज्यों की सर्वदलीय बैठक बुलाना चाहिए। इस बैठक में सर्वदलीय नेताओं का पक्ष जानने के बाद प्रधानमंत्री को कारगर कदम उठाना चाहिए।
पीएम से हस्तक्षेप की मांग
उदयन राजे ने सातारा में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री महाराष्ट्र और कर्नाटक की जनता के लिए एक समान हैं। इसलिए दोनों राज्यों में अगर किसी विषय को लेकर मतभेद है तो इसे प्रधानमंत्री को खुद आगे आकर निपटाना चाहिए। उदयन राजे ने कहा कि देश में राज्यों की रचना भाषा के आधार पर की गई थी लेकिन पुरानी गलती पर अब बात करने का कोई अर्थ नहीं है। इसके बाद महाजन आयोग गठित किया गया था। महाजन आयोग को भी कोई मान नहीं रहा है।
यह भी पढ़ें – यूएनएससी में एस जयशंकर ने चीन और पाकिस्तान को लगाई लताड़, कही यह बात
अमित शाह की बैठक का कोई महत्व नहीं
उदयन राजे भोसले ने कहा कि बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच सीमा विवाद को सुलझाने के लिए दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की है। इस बैठक का कोई महत्व नहीं है, जब तक इस मामले पर देश के मुखिया प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सभी दल के नेताओं की बैठक नहीं होती है। राजे ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र के नागरिकों को बहुत ज्यादा परेशानी हो रही है। प्रधानमंत्री को इसे महत्व देते हुए इस विवाद को हल करने के लिए आगे आना चाहिए।