Congress: लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी(Lok Sabha, Leader of Opposition Rahul Gandhi) और वायानाड की सांसद प्रियंका गांधी(Wayanad MP Priyanka Gandhi) के बीच सब कुछ ठीक नहीं है। राजनीतिक गलियारों(Political corridors) में यह सवाल पूछा जा रहा है कि आखिर प्रियंका गांधी कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन(National convention) में क्यों शामिल नहीं हुई? भाजपा के आईटी विभाग(BJP’s IT department) के प्रमुख अमित मालवीय (Amit Malviya)ने कहा है कि कांग्रेस में पर्दे के पीछे सब कुछ ठीक नहीं है।
गांधी परिवार में वर्चस्व की जंग?
कांग्रेस का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन 10 अप्रैल को अहमदाबाद में संपन्न हुआ। कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने पत्रकारों से कहा था कि पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने विदेश में अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के कारण पार्टी अध्यक्ष से छुट्टी ली है। लेकिन राजनीतिक जानकारों का कहना है कि प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के बीच सब कुछ सामान्य नहीं है। दोनों के बीच कांग्रेस को कैसे मजबूत किया जाए? इसको लेकर मतभेद हैं।
कैसे मजबूत होगी कांग्रेस?
कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में राहुल गांधी ने कांग्रेस को मजबूत करने की हुंकार भरी है। लेकिन कांग्रेस के नेता आलोक मिश्र ने मंच पर यह कहकर कांग्रेस की कमजोर कड़ी पर हाथ रख दिया है। उन्होंने कहा कि हम भाजपा से बाद में लड़ते हैं आपस में पहले से लड़ रहे होते हैं। उनका इशारा कानपुर के नए महानगर अध्यक्ष पवन गुप्ता को लेकर था।
आलोक मिश्रा ने कहा कि महानगर अध्यक्ष के दोनों बेटों में से एक भाजपा व दूसरा समाजवादी पार्टी में है ऐसी नियुक्तियों के कारण ही कांग्रेस पिछड़ रही है। राहुल गांधी भले ही कितना दावा करें लेकिन कांग्रेस की अंदरूनी कलह गांधी परिवार में ही सामने आ गई है।