स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा दिए गए विवादित बयान को लेकर हिंदुत्व को पसंद करने वाले और स्वतंत्र वीरों को चाहने वाले खासी नाराज हैं। इस बयान को लेकर मनसे ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को महाराष्ट्र के शेगांव में नहीं करने की चेतावनी दी थी। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को रोकने के लिए मनसे कार्यकर्ता शेगांव जा रहे थे, उससे पहले ही पुलिस ने उन्हें चिखली नाका पर रोक लिया। जिसके बाद मनसे नेताओं व कार्यकर्ताओं ने वहीं पर आंदोलन शुरू कर दिया। राहुल गांधी के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की। इस बीच, पुलिस ने मनसे नेताओं संदीप देशपांडे, नितिन सरदेसाई, दिलीप बापु धोत्रे के साथ कुछ अधिकारियों और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया।
इस दौरान नितिन सरदेसाई ने कहा कि हमें लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करने का अधिकार है, लेकिन उसके बाद भी पुलिस ने हमें जानबूझकर यहां रोक रखा है। हमारे कार्यकर्ता विभिन्न स्थानों से आए हैं, वे सभा स्थल पर पहुंचेंगे। हमारे किसी भी सवाल का जवाब पुलिस के पास नहीं है।
डर गए कांग्रेसी
संदीप देशपांडे ने कहा कि आज लोकतंत्र का दमन किया गया है। कांग्रेसी डर गए तो पुलिस लेकर आए। कांग्रेस क्यों डरी हुई है, राहुल गांधी किससे डरे हुए हैं?, जब तक वे हमें शेगांव जाने या यह दिखाने की अनुमति नहीं देते कि उन्हें क्या करने का आदेश दिया गया है। तब तक हमारा विरोध जारी रहेगा। हम इस आंदोलन को तब तक जारी रखेंगे जब तक हमारा आखिरी कार्यकर्ता यहां नहीं है। हमने अपना विरोध जताया है, उन्हें अपना काम करना चाहिए। हम किसी दमन से नहीं डरेंगे।