महाराष्ट्र में सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा को लेकर लगाए गए कोविड-19 प्रतिबंधों से पुणे में उत्तर भारतीयों में नाराजगी दिखी। यहां पर इंद्रायणी नदी के तट पर इस वर्ष छठ पूजा का आयोजित करने की तैयारी की गई थी, लेकिन प्रतिबंधों के कारण पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए छठ व्रतियों को वहां से खदेड़ दिया। इससे आक्रोषित सैकड़ो छठ व्रतियों को बिना पूजा के लौटना पड़ा। छठ पूजा पर धार्मिक नगरी में परिवर्तित हो जानेवाला इंद्रायणी तट सूना रहा और भक्तों ने अपने घरों से अस्ताचल सूर्य को अर्घ दिया।
पुणे के लोगों का आरोप है कि, मंगलवार शाम तक इंद्रायणी नदी के किनारे छठ पूजा के आयोजन पर कोई रोक नहीं थी। लेकिन, अचानक छठ पूजा पर सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया। लोगों का आरोप है कि, राज्य सरकार नेताओं के कार्यक्रमों पर प्रतिबंध नहीं लगाती, केवल धार्मिक कार्यक्रम में प्रतिबंध लगाने से कोरोना का फैलाव कैसे हो जा सकता है?
काशी मथुरा से आए पंडितों ने इंद्रायणी तट पर सीमित भक्तों के बीच गंगा आरती संपन्न हुई साथ ही महिलाओं ने डूबते सूर्य को अर्घ देकर भगवान सूर्य की पूजा की।