पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 11 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। कैप्टन ने इससे पहले 10 अगस्त को गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी। कैप्टन के पीएम के साथ मुलाकात को लेकर पंजाब कांग्रेस की ओर से एक बयान जारी किया गया है। बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने पीएम से इस मुलाकात में तीनों विवादित कृषि कानूनों को वापस लेने और किसानों को मुफ्त कानूनी सहायता श्रेणी मे लाने की मांग की है।
पंजाब सरकार ने अपने बयान में लंबे समय से जारी किसान आंदोलन की ओर इशारा किया है। पार्टी की ओर से कहा गया है कि इस आंदोलन के दौरान 400 किसानों और श्रमिकों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
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कैप्टन ने कही ये बात
पंजाब के सीएम ने कहा कि किसानों के आंदोलन से देश और राज्य की सुरक्षा को खतरा पैदा हो सकता है। उन्होंने यह माना कि पाकिस्तान समर्थित ताकतें किसानों के आंदोलन का फायदा उठाने की कोशिश कर रही हैं। पीएम के साथ बैठक में पंजाब के सीएम ने कहा कि यह आंदोलन केवल पंजाब की आर्थिक गतिविधियों को ही नहीं, बल्कि सामाजिक जीवन को भी प्रभावित कर रहा है। इससे पहले उन्होंने 10 अगस्त को अमित शाह से भी मुलाकात की थी। उस दौरान उन्होंने सामाजिक,आर्थिक और सुरक्षा कारणों से तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की अपील की थी।