पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार संकट में घिर गई है। अब लगभग 40 विधायकों ने विरोध के स्वर फूंक दिये हैं, जिसके कारण मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से इस्तीफा मांगा गया है। इस बीच मुख्यमंत्री के समर्थक विधायक भी समर्थन में डटे हैं। इसके बाद अब कांग्रेस के दो धड़ों में बंटने की आशंका बढ़ गई है।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच तनातनी अब अंतिम दौर में पहुंच चुकी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विधायकों के तीव्र विरोध के कारण कांग्रेस हाईकमान ने कैप्टन से इस्तीफा देने को कहा है। इस बीच जानकारी ये भी मिली है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी से भी पोन पर बात की है। इसमें उन्होंने वर्तमान की अपमानजनक परिस्थितियों में पार्टी में न रहने की बात कही है।नवदोत सिंह सिद्धू ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई थी। जिसके लिए कांग्रेस हाईकमान ने दिल्ली से दूत के रूप में अजय माकन को भेजा है।
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तो दो टूट जाएगी कांग्रेस
सूचना मिली है कि कैप्चन अमरिंदर सिंह ने सोनिया गांधी से बात की है। इसमें उन्होंने अपने अपमान का मुद्दा उठाया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि, इस परिस्थिति में वे पार्टी के साथ नहीं रह सकते। पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह की अच्छी पकड़ है। उनके समर्थक विधायक भी अड़े हैं कि कैप्टन से इस्तीफा न लिया जाए। जबकि नवजोत सिंह सिद्धू का गुट लगातार पार्टी हाईकमान पर दबाव बना रहा है कि कैप्टन का तख्तापलट हो जाए। इन दोनों ही गुटों में से किसी एक की बात मानी जाती है तो कांग्रेस प्रदेश में दो धड़ों में बंट जाए तो अश्चर्य नहीं होगा।