पंजाब में कांग्रेस का गृहयुद्ध थमा नहीं है। कैप्टन कौन सा कदम उठाएंगे इस पर सबकी नजर बनी हुई है। इस बीच नवजोतसिंह सिद्धू ने यू टर्न ले लिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी से भेंट की, दोनों के बीच दो घंटे की बैठक हुई। इसके दो दिनों बाद अचानक सिद्धू के सुर बदले मिले। जिससे आश्चर्य होने लगा है चन्नी की उस चाबी पर जिसे लगाकर उन्होंने सिद्धू को मना लिया है।
नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने गांधी आस्था प्रकट की है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है, उन्हें कोई पद मिले, न मिले, वे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का समर्थन करते रहेंगे।
Will uphold principles of Gandhi Ji & Shastri Ji … Post or No Post will stand by @RahulGandhi & @priyankagandhi ! Let all negative forces try to defeat me, but with every ounce of positive energy will make Punjab win, Punjabiyat (Universal Brotherhood) win & every punjabi win !! pic.twitter.com/6r4pYte06E
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) October 2, 2021
सिद्धू के बदले सुर पंजाब में कांग्रेस सरकार की चिंता को कम कर सकते हैं। लेकिन ये प्रश्न अनुत्तरित है कि सिद्धू ने आखिर प्रदेशाध्यक्ष का पद क्यों छोड़ा था? अब सिद्धू ने लिखा है कि नकारात्मक शक्तियों को हराने की कोशिश करने दीजिये, लेकिन सकारात्मक ऊर्जा की हर औंस के साथ पंजाब जीतेगा।
ये भी पढ़ें – कांग्रेस की राह पर चल पड़ी है भाजपा! सामने आया जम्मू से सौतेलापन
बनेगी समिति
मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच जो बैठक हुई थी, उसमें एक समन्वय समिति गठित करने की बात भी हुई है। सूत्रों के अनुसार उसमें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का एक प्रतिनिधि शामिल हो सकता है। इसके अलावा अब बदले सुर और वातावरण में प्रदेशाध्यक्ष का पद बी सिद्धू के पास रह सकता है।