पंजाब में 2022 के शुरुआती महीनों में ही चुनाव होने हैं और इसके लिए सभी पार्टियों जीतोड़ मेहनत कर रही हैं। कई मोर्चों पर जूझ रही सत्ताधारी कांग्रेस पर्टी के लिए वापसी एक बड़ी चुनौती नजर आ रही है। इस स्थिति में पार्टी नेता तरह-तरह से मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने गुजरात की तर्ज पर सामान्य श्रेणी के आयोग के गठन की अनुमति दे दी है।
दलितों को साधने की कोशशि कर पंजाब में चन्नी को मुख्यमंत्री बनाये जाने के बाद कांग्रेस ने अब सामान्य वर्ग को लुभाने की कोशिश शुरू कर दी है। ऐन चुनाव से पहले कैबिनेट में अनारक्षित वर्गों के लिए सरकार ने सामान्य श्रेणी आयोग की स्थापना की अनुमति दे दी है।
ये होगा लाभ
सीएम ने यह घोषणा करते हुए कहा कि यह आयोग विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के आलावा अनारक्षित वर्गों के हितों की रक्षा करने का काम करेगा।
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काफी पहले से की जा रही थी मांग
बता दें कि सामान्य वर्ग के कर्मचारियों की यह काफी लंबे समय से मांग थी। उनका कहना था कि उनके हितों की रक्षा नहीं की जा रही है। उन्होंने पंजाब में गुजरात मॉडल अपनाते हुए सामान्य श्रेणी आयोग गठन का अनुरोध किया था। चन्नी सरकार की कैबिनेट बैठक में उनकी मांग को मानते हुए आयोग गठन की अनुमति दे दी गई है।