16 दिसंबर को पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी संगरूर के फतेहगढ़ चन्ना गांव में थे, वे वहां सीमेंट कंपनी के उद्घाटन के लिए पहुंचे थे। उनके भाषण के बीच वहां शिक्षक (गुरुजी) पहुंच गए। इन लोगों ने अपनी मांगों को लेकर घोषणाबाजी शुरू कर दी। जिसके बाद वहां तैनात पुलिसवालों ने आवाज बंद करने के लिए विभिन्न हथकंडे अपनाए।
राज्य में नौ हजार शिक्षकों को अपनी नियुक्ति की प्रतीक्षा है। ये इसके लिए लंबे काल से मांग भी कर रहे हैं। इसके अलावा नौकरी कर रहे शिक्षकों को 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग है। इसको लेकर शिक्षक आंदोलनरत् हैं।
आंदोलन की आवाज दबाने के लिए पुलिस ने शिक्षकों पर लाठी चार्ज किया था, इसकी जांच मजिस्ट्रेट से करवाने का आदेश सरकार की ओर से किया गया है। अब फतेहगढ़ चन्ना गांव में शिक्षकों के प्रदर्शन और नारेबाजी में पुलिस फिर प्रदर्शनकारी शिक्षकों का मुंह दबाती और छाती पर चढ़ती नजर आई है।
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