कतर ने उठाए कई भारत विरोधी कदम, हिंदू जनजागृति समिति ने की ये मांग

कतर ने फिफा फुटबॉल विश्वकप के आयोजन को पूरी तरह धार्मिक रंग दिया। इसके साथ ही आयोजन शुरू होने से पहले 500 लोगों को मुसलमान बनाए जाने का भा दावा हिंदू जनजागृति समिति ने दावा किया है।

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पिछले कुछ वर्षों में खाड़ी देश कतर के कई भारत विरोधी कदम देखने को मिले हैं ताजा मामले में फिफा फुटबॉल विश्वकप के आयोजन के दौरान इस्लामी रीती रिवाज और परंपराओं का पालन करना शामिल है। कतर ने फिफा फुटबॉल विश्वकप के आयोजन को पूरी तरह धार्मिक रंग दिया। इसके साथ ही आयोजन शुरू होने से पहले 500 लोगों को मुसलमान बनाए जाने का भा दावा हिंदू जनजागृति समिति ने दावा किया है।

हिंदू जनजागृति समिति ने कतर की इस तरह की मानसिकता पर सवाल उठाया है। समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश शिंदे ने कतर के इस तरह के कदम को भारत विरोधी बताया है। हिंदू जनजागृति समिति के ऑनलाइन संवाद में अधिवक्ता सतीश देशपांडे ने कहा है कि अब जाकिर नाईक को पनाह देने वाले कतर को जवाब देने का समय आ गया है।

नुपूर शर्मा मामले में दी थी भारत को धमकी
बता दें कि भारत द्वारा आतंकवादी घोषित जाकिर नाईक को किसी भी देश ने शरण नहीं दी लेकिन कतर ने उसे आश्रय दिया। इससे पहले हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने वाले चित्रकार मकबूल फिदा हुसैन को भी उसने आश्रय दिया था। यही नहीं, कुछ महीनों पहले नुपूर शर्मा प्रकरण में भी उसने भारत को बॉयकॉट करने की धमकी दी थी।

 फिफा फुटबॉल विश्व कप में जिहादी जाकिर नाईक को किया आमंत्रित
यहां तक कि ताजा मामले में फिफा फुटबॉल विश्व कप में जिहादी जाकिर नाईक को आमंत्रित कर कतर ने भारत विरोधी मानसिकता दिखाई। हालांकि भारत द्वारा आपत्ति जताने पर कतर ने कहा कि हमने जाकिर नाईक को नहीं बुलाया है। कतर के भारत विरोधी इतिहास को देखते हुए इतिहास व संस्कृति के अध्ययनकर्ता और लेखक अधिवक्ता सतीश देशपांडे ने कहा है कि कतर को इन भारत विरोधी कदमो के लिए जवाब देने का समय आ गया है।

भारत को चिढ़ा रहा है कतर
सुदर्शन न्यूज चैनल के हेड मुकेश कुमार ने जाकिर नाईक को फिफा फुटबॉल विश्वकप में बुलाए जाने पर कहा कि चार वर्ष पूर्व नाईक ने कहा था कि फुटबॉल खेलना हाराम है। उसने इस तरह के खेल को देखने और खेलने पर भी आपत्ति जताई थी। लेकिन अब वह इस तरह के बड़े आयोजन में शामिल होकर भारत को चिढ़ाने का काम कर रहा है।

भारत जाकिर नाईक को वापस लाने की कर रही है कोशिश
बता दें कि जाकिर नाईक 2017 से मलेशिया में रह रहा था। तब से भारत उसे वापस लाने की कोशिश कर रहा है। 2019 में भारत ने आरोप पत्र दायर करने के साथ ही मलेशिया से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की मांग की थी। लेकिन अब वह कतर में स्थानांतरित हो गया है। भारत द्वारा आतंकी घोषित किए गए जाकिर नाईक को कतर के बचाने का प्रयास भारत विरोधी कदम उठा रहा है।

जाकिर ने किया था हिंदू देवी-देवताओं का अपमान
हिंदू जनजागृति समिति के प्रवक्ता सतीश कोचरेकर ने जाकिर नाईक के भारत विरोधी कदमों का जिक्र करते हुए कतर की भी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि नाईक ने कई कार्यक्रमों में हिंदू देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि इस तरह के आतंकी और देश विरोधी व्यक्ति को फिफा फुटबॉल वर्ल्ड कप में बुलाया जाना काफी शर्मनाक और भारत विरोधी कदम है।

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