केजरीवाल और राहुल गांधी सच्चे माफीवीर! जानिये, कार्रवाई के डर से कितनी बार मांगी माफी

दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने भी हाल ही में वीर सावरकर की आलोचना की है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी सावरकर को माफीवीर बताते हुए उनके खिलाफ कई बार जहर उगले हैं। लेकिन अब जो सच्चाई सामने आई है, उनसे उनका तीर उन्हीं को लगता दिख रहा है।

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महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर की विरोधियों द्वारा बिना किसी तथ्य के लगातार आलोचना की जाती रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने भी हाल ही में वीर सावरकर की आलोचना की है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी सावरकर को माफीवीर बताते हुए उनके खिलाफ कई बार जहर उगले हैं। लेकिन अब जानकारी सामने आई है कि सावरकर की आलोचना करने वाले नेता स्वयं अब तक कई बार माफी मांग चुके हैं। स्वयं राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल अब तक कई बार माफी मांग चुके हैं।

केजरीवाल ने घुटने टेके
अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में एक बयान दिया है कि ‘क्या मैं सावरकर हूं कि माफी मांगूं?’ लेकिन ऐसा कहने वाले केजरीवाल अक्सर अपने खिलाफ कार्रवाई के डर से माफी मांग चुके हैं। 2014 में, केजरीवाल ने देश में भ्रष्ट लोगों की सूची की घोषणा की। इस लिस्ट में उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का भी नाम लिया था। गडकरी ने केजरीवाल के खिलाफ मानहानि का दावा कर दिया। उस वक्त केजरीवाल ने कार्रवाई के डर से माफी मांग ली और गडकरी से अपने खिलाफ केस वापस लेने का अनुरोध किया। उसके बाद गडकरी ने उनके खिलाफ केस वापस ले लिया।

जेटली से माफी मांगी
केजरीवाल ने भारत के दिवंगत वित्त मंत्री अरुण जेटली से भी माफी मांगी। केजरीवाल ने कहा था कि जेटली और उनके परिवार ने दिल्ली क्रिकेट संघ के अध्यक्ष के चुनाव में भ्रष्टाचार किया है। जेटली ने केजरीवाल पर हर्जाने का मुकदमा दायर कर दिया। उस वक्त केजरीवाल ने जेटली को पत्र लिखकर उनसे माफी मांगी थी। उन्होंने लिखा था, “मेरे द्वारा लगाए गए आरोप झूठे हैं।” इसलिए मैं इसे वापस ले रहा हूं।”

राहुल गांधी ने भी मांगी थी माफी
राहुल गांधी ने ‘चौकीदार चोर है’ कहकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की थी। राहुल गांधी ने अपने इसी बयान के लिए सर्वोच्च न्यायालय में माफी मांगी थी। राहुल गांधी ने माफी मांगते हुए कहा कि यह बयान मेरे द्वारा राजनीतिक प्रचार के दौरान दिया गया था।

वीर सावरकर के खिलाफ बयानबाजी करने का अधिकार नहीं
स्वतंत्र भारत में अभिव्यक्ति की आजादी की आड़ में इन नेताओं द्वारा स्वतंत्रता के महानायक वीर सावरकर का अपमान किया जा रहा है। देश को स्वतंत्रता दिलाने के लिए गुलामी के अंधेरे में क्रांति की मशाल लेकर चलने वाले सावरकर के खिलाफ बिना तथ्य के बयानबाजी करने का इन नेताओं को कोई अधिकार नहीं है। क्योंकि ये स्वयं अपने खिलाफ कार्रवाई के डर से कई बार माफी मांग चुके हैं।

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