राजस्थान में फिलहाल शांति तो है, लेकिन ये शांति तूफान से पहले की भी साबित हो सकती है। जो ताजा जानकारी मिल रही है, उसके अनुसार इस प्रदेश में कांग्रेस में एक बार फिर बड़ा तूफान आने की संभावना है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच जारी जंग शांत तो दिख रही है, लेकिन ये कब ज्वालामुखी बनकर पार्टी हाई कमान के सामने मुश्किलें खड़ी कर दे, कहना मुश्किल है। इस बीच कई मत्रियों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
गुढ़ा का आरोप
सुरक्षा राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने 7 नवंबर को कहा कि प्रदेश की पूरी कमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास है। उन्होंने पूरे पावर पर कब्जा कर रखा है। गुढ़ा ने कहा कि पुलिस महानिदेशक से लेकर सिपाही तक के तबादले का निर्णय मुख्यमंत्री आवास पर लिया जाता है। गुढ़ा ने कहा कि बाकी सभी काम भी मुख्यमंत्री के आवास पर होते हैं। मुख्यमंत्री ने वित्त और गृह मंत्रालय अपने पास रखा है। मंत्री अपने काम के लिए मुख्यमंत्री आवास और कार्यालय के चक्कर लगाते रहते हैं।
राहुल गांधी की विचारधारा का उल्टा काम
-गुढ़ा ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की विचारधारा स काम का उल्टा काम यहां हो रहा है। वे सत्ता की विकेंद्रीकरण की बात करते हैं। वे कहते हैं कि पूरा देश नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह चला रहे हैं। लेकिन इस प्रदेश में तो सत्ता का पूरी तरह केंद्रीकरणण हो गया है।
-गुढ़ा ने कहा कि नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास की बातों से वे पूरी तरह सहमत हैं। उन्होंने जो मुद्दे उठताए वे बिलकुल सही हैं।
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