राजस्थान कांग्रेस में चल रहे अंतर्कलह के बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां 27 सितंबर को दिल्ली पहुंच गए। वहीं राज्यपाल कलराज मिश्र भी 27 की देर शाम बनारस से जयपुर लौटेंगे। बताया जा रहा है दिल्ली में पूनियां भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को राजस्थान के मौजूदा हालात पर फीडबैक देंगे। वहीं राज्यपाल भी जयपुर लौटने के बाद प्रदेश के सियासी हालात की जानकारी लेंगे।
दरअसल, प्रदेश में नए मुख्यमंत्री के नाम को लेकर चयन से पहले कांग्रेस विधायकों में आपसी फूट और तकरार इतनी बढ़ गई है कि अब मौजूदा सरकार पर वापस सियासी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा मौजूदा परिस्थितियों पर अपनी नजरें जमाए हुए है। बताया जा रहा है कि अपने दिल्ली प्रवास के दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां राजस्थान में आने वाले दिनों में बनने वाले हालात और मौजूदा घटनाक्रम से आला नेताओं को अवगत कराएंगे। इसी आधार पर उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाएंगे।
इन पार्टी नेताओं से मिलेंगे पूनियां
दिल्ली में सतीश पूनियां दिल्ली यूनिवर्सिटी की ओर से आयोजित नेशनल एजुकेशन पॉलिसी एंड एक्सप्रेशन ऑफ यूथ इन इंडिया विषय की संगोष्ठी को संबोधित करेंगे। इसके बाद उनका पार्टी से जुड़े बड़े पदाधिकारियों से मुलाकात का भी कार्यक्रम है। माना जा रहा है कि पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री और प्रदेश के प्रभारी अरुण सिंह से भी पूनियां की मुलाकात होगी और राजस्थान के मौजूदा घटनाक्रम को लेकर चिंतन और मनन भी होगा।
राजनीतिक हलचल तेज
इधर राज्यपाल कलराज मिश्र पिछले कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश बनारस के प्रवास पर थे और इस दौरान राजस्थान में राजनीतिक रूप से बड़ा उठापटक हुई। अब राज्यपाल देर शाम जयपुर पहुंचने के बाद मौजूदा घटनाक्रम पर पैनी नजर रखेंगे। ऐसे में अब सबकी निगाहें प्रमुख विपक्षी दल भाजपा और राज्यपाल के अगले कदम पर टिकी हैं। इस पूरे मामले का एक तकनीकी पक्ष भी है वो ये कि राज्यपाल के पास जब तक भाजपा प्रदेश सरकार के अल्पमत में होने का विषय लेकर नहीं पहुंचेगी तब तक राज्यपाल अपनी तरफ से इस मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं करेंगे। बीजेपी फिलहाल वेट एंड वॉच की स्थिति में नजर आ रही है।