राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पार्टी में अपने साथी सचिन पायलट को ‘गद्दार’ कह कर संबोधित किया है। अब इस बयान पर पार्टी की ओर से आधिकारिक टिप्पणी आई है। इसमें कहा गया है कि आपसी मतभेदों को पार्टी को सशक्त बनाने की दिशा में सुलझा लिया जाएगा।।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अशोक गहलोत वरिष्ठ एवं अनुभवी राजनेता हैं। अपने युवा सहयोगी के साथ अपने जिन भी मतभेदों को उन्होंने जाहिर किया है। उन्हें इस तरह से सुलझाया जाएगा की पार्टी मजबूत हो।
जयराम रमेश ने कहा कि वर्तमान में सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं की यह जिम्मेदारी है कि अब तक सफल रही भारत जोड़ो यात्रा को उत्तर भारत के राज्यों में भी प्रभावपूर्ण बनाएं।
कलह बढ़ने की संभावना
राजस्थान में एक बार फिर कांग्रेस में अंदरुनी कलह बढ़ने के संकेत मिले हैं। प्रदेश में विधायकों की बगावत पर माफी मांगने के लगभग एक महीने बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बगावत के मूड में दिख रहे हैं। 24 नवंबर को उन्होंने एक साक्षात्कार में सचिन पायलट को कई बार गद्दार कहकर संबोधित किया। इसके साथ ही उन्होंने अपने पास 102 विधायकों के होने का भी दावा किया। उन्होंने दावा किया कि सचिन पायलट के पास 10 विधायक भी नहीं हैं। गहलोत ने यहां तक कह दिया कि सचिन पायलट कभी भी राजस्थान के मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे।
कांग्रेस के लिए खतरे की घंटी
पार्टी के अध्यक्ष पद की दौड़ से हटने के एक महीना बाद अशोक गहलोत के अचानक इस तरह के बयान को लेकर राजनीति में चर्चा गरम हो गई है। जानकार गहलोत के इस संकेत को कांग्रेस के लिए खतरे की घंटी मान रहे हैं।