राजस्थान में 10 नवंबर को पूर्व राजस्व मंत्री एवं पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी ने ट्वीट कर बगावत के संकेत दिए है। चौधरी ने ट्वीट किया कि ओबीसी आरक्षण मामला कल कैबिनेट बैठक में रखने के बावजूद एक विचारधारा विशेष द्वारा इसका विरोध चौंकाने वाला है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी मैं स्तब्ध हूं, आखिर क्या चाहते है आप? मैं ओबीसी वर्ग को विश्वास दिलाता हूं कि इस मामले को लेकर जो लड़ाई लड़नी पड़ेगी, लडूंगा। वर्तमान में चौधरी हिमाचल प्रदेश के चुनावी अभियान में है।
सीएम ने दिया था ये आश्वासन
पूर्व राजस्व मंत्री एवं बायतु विधायक हरीश चौधरी गुजरे कई महीनों से ओबीसी आरक्षण की विसंगतियों को लेकर जिले से लेकर राजधानी तक प्रदर्शन कर चुके हैं। बीते माह राजधानी जयपुर में अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ उन्होंने ओबीसी आरक्षण को लेकर धरना दिया। उस समय सीएम ने आश्वासन दिया था कि जल्द ओबीसी आरक्षण विसंगतियों को दूर कर दिया जाएगा। सीएम अशोक गहलोत द्वारा बुधवार को बुलाई गई कैबिनेट बैठक में ओबीसी आरक्षण विसंगतियों के फैसले को लेकर कोई चर्चा नहीं होने व टालने पर बायतु विधायक हरीश चौधरी सीएम अशोक गहलोत से खफा हो गए है। सीएम से ट्वीट कर उन्होंने पूछा है कि आखिर क्या चाहते है आप?
ओबीसी आरक्षण विसंगति मामले को कल कैबिनेट बैठक में रखने के बावजूद एक विचारधारा विशेष के द्वारा इसका विरोध चौंकाने वाला है।मुख्यमंत्री @ashokgehlot51 जी मैं स्तब्ध हूँ आख़िर क्या चाहते हैं आप ? मैं ओबीसी वर्ग को विश्वास दिलाता हूँ कि इस मामले को लेकर जो लड़ाई लड़नी पड़ेगी लड़ूँगा।
— Harish Chaudhary (@Barmer_Harish) November 10, 2022
ट्वीट कर पूछा ये सवाल
उन्होंने ट्वीट में लिखा कि ओबीसी आरक्षण विसंगति मामले को कैबिनेट में रखने के बावजूद एक विचारधारा विशेष द्वारा इसका विरोध चौंकाने वाला है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी मैं स्तब्ध हूं, आखिर क्या चाहते है आप? मैं ओबीसी वर्ग को विश्वास दिलाता हूं कि इस मामले को लेकर जो लड़ाई लड़नी पड़ेगी, लडूंगा।