Rajasthan के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा(Chief Minister Bhajanlal Sharma) का काफिला ट्रैफिक सिग्नल(traffic signal) होने पर आम पब्लिक की तरह रुकेगा। मुख्यमंत्री के इस फैसले से वीआईपी मूवमेंट(VIP Movement) पर लगने वाले जाम से भी राहत(Relief from traffic jam) मिलेगी। मुख्यमंत्री सहित अन्य वीआईपी के मूवमेंट के समय अक्सर जाम लगता था। ऐसे में गंभीर मरीजों को परेशानी(problems for serious patients) होती है।
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने 21 फरवरी को पुलिस महानिदेशक राजस्थान को फोन पर कहा कि उनके काफिले के सड़क पर चलने के दौरान ट्रैफिक को नहीं रोका जाए। पुलिस महानिदेशक ने मुख्यमंत्री से मिले आदेश पर जयपुर पुलिस कमिश्नर को जानकारी दी।
अधिकारियों को आदेश
इस पर जयपुर कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने 21 फरवरी को ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों को इसकी जानकारी देकर प्लान बनाने के लिए कहा है। उम्मीद है कि गुरुवार से मुख्यमंत्री का काफिला आम लोगों की तरह चलेगा। हालांकि सुरक्षा के लिए लिहाज से मुख्यमंत्री की गाड़ी के चारों तरफ सिक्योरिटी वाले चलेंगे।
पुलिस महानिदेशक ने दी जानकारी
पुलिस महानिदेशक यूआर साहू ने बताया कि उनके पास मुख्यमंत्री का फोन आया था कि उनके सिटी में चलने के दौरान लोगों को परेशानी होती हैं। कई बार देखा गया है कि लोग अधिकांश समय में ट्रैफिक में फंस जाते हैं, इसलिए इस तरह का प्लान बनाया जाए, जिससे की वह सड़क पर निकलें तो लोगों को परेशानी ना हो। मुख्यमंत्री के पास जानकारी है कि उनके सिटी में निकलने के दौरान ट्रैफिक को रोक दिया जाता हैं, जिससे लोगों को परेशानी होती है। कई बार एंबुलेंस के जाम में फंसने की फोटो पेपरों में छपती है, इस पर मुख्यमंत्री ने यह फैसला लिया है।
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वाहनों पर मौजूद पुलिस अधिकारी से बात कर निर्णय
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि मुख्यमंत्री की सिक्योरिटी की जिम्मेदारी हमारी है। मुख्यमंत्री के काफिले में जो वाहन हैं, और उन वाहनों पर जो पुलिस अधिकारी हैं, उनसे भी इस विषय में राय ली जाएगी। यह बात सही है कि राजस्थान में इस तरह का कल्चर नहीं हैं, लेकिन मुख्यमंत्री की मंशा आमजन को राहत देने की है तो इस पर काम होगा। मुख्यमंत्री के इस फैसले को लेकर इंटेलिजेंस अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जयपुर पुलिस कमिश्नर एक बार चर्चा कर प्लान बनाया जाएगा।