Rajasthan: राजस्थान हाईकोर्ट के प्लेटिनम जुबली समारोह में पीएम मोदी, न्याय को लेकर कही यह बात

प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि सभी के लिए सरल, आसान और सुलभ न्याय की गारंटी होनी चाहिए।  

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Rajasthan: प्रधानमंत्री (Prime Minister) नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने 25 अगस्त (रविवार) को राजस्थान उच्च न्यायालय (Rajasthan High Court) के प्लेटिनम जुबली समारोह (Platinum Jubilee Celebration) में भाग लिया और कहा कि उनका मानना ​​है कि न्याय हमेशा सरल होता है, लेकिन कभी-कभी प्रक्रिया इसे कठिन बना देती है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि सभी के लिए सरल, आसान और सुलभ न्याय की गारंटी होनी चाहिए।

सभी को न्याय प्रदान करने के लिए मोदी ने कहा, “प्रणाली का नवाचार और आधुनिकीकरण समान रूप से महत्वपूर्ण है।” पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर ‘धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता’ पर अपनी टिप्पणी का जिक्र करते हुए कहा कि न्यायपालिका दशकों से इसकी वकालत कर रही है।

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यहां जानें पीएम मोदी ने और क्या कहा:

  • मेरा मानना ​​है कि न्याय हमेशा सरल और स्पष्ट होता है, लेकिन कभी-कभी प्रक्रिया इसे कठिन बना देती है।
  • न्याय को यथासंभव सरल और स्पष्ट बनाना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है और मुझे संतोष है कि देश ने इस दिशा में कई ऐतिहासिक और निर्णायक कदम उठाए हैं।
  • हमने सैकड़ों औपनिवेशिक कानूनों को समाप्त कर दिया है जो पूरी तरह अप्रासंगिक हो गए थे।
  • आज़ादी के इतने दशकों बाद, गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलकर, भारत ने इंडियन पैनल कोड की जगह भारतीय न्याय संहिता को अपनाया है।
  • हम दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं। यह ज़रूरी है कि हम नए भारत के हिसाब से इनोवेशन करें और अपनी सुविधाओं को आधुनिक बनाएँ। यह ‘सभी के लिए न्याय’ के लिए भी ज़रूरी है। हमारी न्याय व्यवस्था में तकनीक अहम भूमिका निभा सकती है।
  • 18,000 से ज़्यादा कोर्स कम्प्यूटरीकृत किए जा चुके हैं। 3,000 से ज़्यादा कोर्ट कॉम्प्लेक्स और 1,200 जेल अब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े हुए हैं।

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मन की बात
इस बीच, दिन में पहले मोदी ने महिलाओं के खिलाफ़ अपराध को अक्षम्य पाप बताया और कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए। कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में 31 वर्षीय प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या तथा महाराष्ट्र के बदलापुर में दो चार वर्षीय स्कूली लड़कियों के यौन शोषण के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों के बीच मोदी ने कहा, “माताओं, बहनों और बेटियों की सुरक्षा देश की प्राथमिकता है। मैंने लाल किले से बार-बार इस मुद्दे को उठाया है। चाहे देश का कोई भी राज्य हो, मैं अपनी बहनों और बेटियों के दर्द और गुस्से को समझता हूं।”

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