Rajasthan violence: राजस्थान (Rajasthan) के टोंक जिले (Tonk district) से निर्दलीय विधायक (independent MLA) नरेश मीना (Naresh Meena) को आज (14 नवंबर) गिरफ्तार (Naresh Meena arrested) कर लिया गया। इससे एक दिन पहले 13 नवंबर (बुधवार) को मतदान के दौरान कैमरे की नजरों के सामने उन्होंने मालपुरा के सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) अमित चौधरी को थप्पड़ मारा था।
13 नवंबर (बुधवार) को टोंक के समरावता गांव से कांग्रेस के बागी विधायक और निर्दलीय उम्मीदवार मीना ने एसडीएम मालपुरा अमित चौधरी का कॉलर पकड़ा और थप्पड़ जड़ दिया।
#WATCH | Tonk, Rajastha: Police arrests Naresh Meena from Samravata VIllage.
Naresh Meena, independent candidate for Deoli Uniara assembly constituency by-polls in Tonk district, after he allegedly physically assaulted SDM Amit Chaudhary at a polling booth yesterday pic.twitter.com/v8meme4qsw
— ANI (@ANI) November 14, 2024
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60 लोग गिरफ़्तार
चौधरी ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को वोट देने के लिए प्रेरित कर रहे थे। स्थानीय लोगों ने समरवता गांव को देवली के बजाय उनियारा उप-मंडल में शामिल करने की मांग को लेकर मतदान का बहिष्कार किया था क्योंकि उनियारा सबसे नज़दीकी स्थान है। मीना ग्रामीणों का समर्थन कर रहे थे। इस घटना के कारण इलाके में तनाव फैल गया, वाहनों को आग लगा दी गई, पुलिस पर पथराव किया गया और 60 लोगों को गिरफ़्तार किया गया। पुलिस ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ़ पहले से ही कई मामले दर्ज हैं और जल्द ही उनकी गिरफ़्तारी होगी।
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नरेश मीना ने लगाए ये आरोप
जब पुलिस समरवता गांव में उन्हें गिरफ्तार करने पहुंची तो नरेश मीना ने कहा, “मैं सरेंडर नहीं करूंगा।” नरेश मीना ने यह भी आरोप लगाया कि गांव में लोगों को वोट देने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “जब मैंने लोगों से पूछा कि उन्हें कौन मजबूर कर रहा है, तो उन्होंने कहा कि एसडीएम ऐसा कर रहा है। हां, मैंने एसडीएम को थप्पड़ मारा, लेकिन मैंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वह गलत कर रहा था। इसके बाद हमने विरोध प्रदर्शन किया। मैंने लोगों से कहा कि वे वोट देने जाएं। इसके बाद हमारा खाना बंद कर दिया गया। जब मैं खाना मांगने गया तो एसपी ने मेरा हाथ पकड़ लिया और अपनी पुलिस से कहा कि मुझे गाड़ी में डाल दो। जब उन्होंने मुझे हिरासत में लिया तो पथराव शुरू हो गया और फिर लाठीचार्ज हुआ। इसके बाद पुलिस मुझे वहीं छोड़कर भाग गई। इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस और मिर्ची बम का इस्तेमाल किया, जिससे मैं घायल हो गया। इसके बाद लोग मुझे थोड़ी दूर ले गए।”
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अज्ञात व्यक्तियों और पुलिस के बीच झड़प
निर्दलीय उम्मीदवार ने यह भी कहा कि गिरफ्तार किए गए 60 लोग निर्दोष हैं। मीना ने कहा, “पुलिस मुझे जो भी सजा देगी, चाहे वह फांसी ही क्यों न हो, मैं उसके लिए तैयार हूं, लेकिन प्रशासन को नुकसान की भरपाई करनी चाहिए।” बुधवार रात टोंक जिले में अज्ञात व्यक्तियों और पुलिस के बीच झड़प के दौरान पुलिस वाहनों सहित करीब आठ चार पहिया वाहनों और दो दर्जन से अधिक दोपहिया वाहनों में तोड़फोड़ की गई और आग लगा दी गई। प्रदर्शनकारियों में से कुछ ने पथराव किया और कई वाहनों में आग लगा दी। अतिरिक्त बलों के आने के बाद ही स्थिति पर काबू पाया जा सका।
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