राजस्थान (Rajasthan) की गहलोत सरकार (Gehlot Government) को बड़ा झटका लगा है। सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) द्वारा बर्खास्त किए गए मंत्री राजेंद्र गुढ़ा (Rajendra Gudha) शिवसेना (Shiv Sena) में शामिल हो गए हैं। महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) ने राजेंद्र गुढ़ा को शिवसेना में शामिल कराया है। आज राजेंद्र गुढ़ा के बेटे का जन्मदिन है। इस मौके पर गुढ़ा ने महाराष्ट्र के सीएम शिंदे को फोन किया था। इस दौरान सीएम शिंदे ने गुढ़ा को शिवसेना का स्कार्फ पहनाकर शिवसेना में शामिल कराया। शिंदे ने गुढ़ा के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
आप मेरी तरह निकले: सीएम शिंदे
राजेंद्र गुढ़ा को शिवसेना की सदस्यता दिलाते हुए महाराष्ट्र के सीएम और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंद ने उनकी खूब तारीफ की। उन्होंने कहा कि जो काम आपने किया वहीं काम मैंने एक साल पहले किया था। उन्होंने कहा कि मैंने भी जनता के लिए अपनी पार्टी को छोड़ दिया था। सीएम ने कहा कि एक साल पहले मैं भी मंत्री था और मैंने सच्चाई और बालासाहब ठाकरे के कदमों पर चलने के लिए सत्ता तक का त्याग दे दिया था।
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https://t.co/s5XOOyCzbN— Eknath Shinde – एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) September 9, 2023
गहलोत ने गुढ़ा को क्यों किया बर्खास्त?
आपको बता दें, सीएम अशोक गहलोत ने अपनी ही सरकार की आलोचना करने पर राजेंद्र गुढ़ा को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया था। विधानसभा में मानसून सत्र 2023 के दौरान राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि राजस्थान के हालात भी मणिपुर जैसे हैं। इसके बाद गुढ़ा को आउट कर दिया गया। अब गुढ़ा ने गहलोत सरकार पर और हमला बोला है। उन्होंने गहलोत सरकार पर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया है। गुढ़ा ने लाल डायरी का जिक्र कर सरकार को आड़े हाथों लिया।
कौन हैं राजेंद्र गुढ़ा और कैसा है उनका राजनीतिक करियर?
झुंझुनू जिले के उदयपुरवाटी से विधायक राजेंद्र गुढ़ा अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। वह राजस्थान के पूर्व ग्रामीण विकास राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। राजेंद्र गुढ़ा का जन्म 19 जुलाई 1968 को राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के पीलीबंगा में हुआ था। वर्तमान में गुढ़ा का परिवार झुंझुनू जिले के उदयपुरवाटी में रहता है।
राजेंद्र गुढ़ा दो बार विधायक चुने गये। दोनों बार वह बसपा के टिकट पर चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गए। नवंबर 2021 में राजेंद्र गुढ़ा को राजस्थान सरकार में मंत्री बनाया गया और इसके बाद जुलाई 2023 में राजेंद्र गुढ़ा को मंत्री पद से हटा दिया गया। राजेंद्र गुढ़ा अब शिवसेना में शामिल हो गए हैं।
महिला सुरक्षा की बात करना कैसे गलत है?
एकनाथ शिंदे ने कहा कि राजेंद्र गुढ़ा ने राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध का मुद्दा उठाया था और इसके लिए उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था। उन्होंने कहा कि अगर जनता की आवाज उठाना गलत है तो हमें ये गलती करते रहना चाहिए क्योंकि हमें ऐसे लोगों की जरूरत है।
आपको बता दें कि गुढ़ा ने विधानसभा में जो लाल डायरी लहराई थी, उसमें सीएम अशोक गहलोत पर लगे आरोपों की पूरी फेहरिस्त होने का दावा किया था।
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