Rakesh Tikait: भारतीय किसान यूनियन (Bharatiya Kisan Union) (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता (National Spokesperson) राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने 20 अगस्त (मंगलवार) को कोलकाता बलात्कार-हत्या मामले (Kolkata rape-murder case) को लेकर एक विवादास्पद बयान देते हुए आरोप लगाया कि इस घटना का इस्तेमाल पश्चिम बंगाल सरकार को बदनाम करने की व्यापक साजिश के तहत किया जा रहा है।
मेरठ के ऊर्जा भवन में एक सभा को संबोधित करते हुए टिकैत ने सुझाव दिया कि कोलकाता की घटना पर जो बवाल चल रहा है, वह राज्य सरकार को गिराने और राष्ट्रपति शासन लगाने का एक जानबूझकर किया जा रहा प्रयास है।
बंगाल सरकार को बदनाम करने का षड्यंत्र
टिकैत ने मीडिया कवरेज में दोहरे मापदंड का आरोप लगाते हुए कहा कि मणिपुर जैसे भाजपा शासित राज्यों में ऐसी घटनाएं किसी की नजर में नहीं आती हैं। टिकैत ने कहा, “जब भाजपा शासित राज्यों में ऐसी घटनाएं होती हैं, तो कोई सवाल नहीं पूछता। बंगाल सरकार को बदनाम करने के लिए पिछले 10 दिनों से दुष्प्रचार चलाया जा रहा है।”
Rakesh Tikait: “Why is this issue Highlighted? It is a CONSPIRACY against Bengal Govt
~ This Govt will have the same fate as Bangladesh. They diverted us to Red Fort during Tractor Parade or else we were 25 Lakhs & WOULD’VE DONE IT THAT DAY ITSELF.”😧
Open THREAT 😱 pic.twitter.com/mywDbOLOnO
— The Analyzer (News Updates🗞️) (@Indian_Analyzer) August 20, 2024
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25 लाख किसान संसद तक मार्च
बांग्लादेश में राजनीतिक स्थिति का जिक्र करते हुए टिकैत ने चेतावनी दी कि अगर मौजूदा स्थिति जारी रही तो भारत में भी वैसा ही नजारा देखने को मिल सकता है। उन्होंने दावा किया, “बांग्लादेश पर 15 साल तक राज करने वाली सरकार ने विपक्षी नेताओं को जेल भेजा और अब वे सभी जेल में हैं। यहां भी ऐसा ही होगा।” टिकैत ने किसान आंदोलन पर भी बात की और दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई रणनीतिक चूक को स्वीकार किया। उन्होंने कहा, “हमने लाल किले की ओर रुख करके गलती की। अगर 25 लाख किसान संसद तक मार्च करते तो हम उसी दिन भारत को निपटा दते।”
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भारी आक्रोश
टिकैत की टिप्पणी ने सोशल मीडिया पर भारी आक्रोश पैदा कर दिया है, जिसमें एक नेटिजन ने कहा, “उनके इरादे साफ हैं। उम्मीद है कि सरकार के पास बेहतर योजनाएं होंगी।” एक अन्य यूजर ने कहा, “ममता के बारे में पोस्ट करने पर एक छात्र को गिरफ्तार किया जाता है, तो राकेश टिकैत को क्यों नहीं?” तीसरे यूजर ने टिप्पणी की, “उन्हें सही ढंग से आंदोलनजीवी कहा गया है। उन्हें देश की परवाह नहीं है। वे खुलेआम हिंसा की धमकियां दे रहे हैं!!”
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बलात्कार और हत्या का मामला, 10 सदस्य एनटीएफ गठित
इससे पहले 21 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में एक ट्रेनी महिला डॉक्टर के कथित बलात्कार और हत्या के संबंध में अपनी सुनवाई के दौरान 10 सदस्यीय राष्ट्रीय टास्क फोर्स (एनटीएफ) का गठन किया। इस टास्क फोर्स को डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक प्रोटोकॉल तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
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