गणतंत्र दिवस कार्यक्रम को लेकर बड़ा बदलाव हुआ है। जिसके अनुसार अब समारोह की शुरुआत प्रतिवर्ष 23 जनवरी से होगी। इसके पीछे केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का बड़ा निर्णय है। पिछले वर्ष 23 जनवरी को केंद्र सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया था।
वर्ष 2022 से नेताजी की जयंती के अवसर पर मनाए जानेवाले पराक्रम दिवस को गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में सम्मिलित कर दिया गया है। इसके कारण अब गणतंत्र दिवस समारोह प्रतिवर्ष 23 जनवरी से शुरू होगा, अब तक यह कार्यक्रम 24 जनवरी से प्रारंभ होता था।
ऐसा है कारण
केंद्र सरकार ने पिछले वर्ष निर्णय लिया था कि, भारत के इतिहास और संस्कृति को समारोह के रूप मनाया जाए। इसमें कई तारीखें हैं जिन्हें उनके इतिहास के कारण पहचाना जाएगा…
14 अगस्त – विभाजन भयावहता स्मरण दिवस
31 अक्टूबर – राष्ट्रीय एकता दिवस (सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती)
15 नवंबर – जनजातीय गौरव दिवस (बिरसा मुंडा जयंती)
26 नवंबर – संविधान दिवस, वीर बाल दिवस (गुरु गोबिंद सिंह के चार बेटों की स्मृति में)
ये है योजना
पर्यटन आयोजित किया जाएगा
ऐसे स्थानों पर समारोह आयोजित होंगे
हो चुका है ऐसे स्थानों का चयन कार्य
इस वर्ष लगभग 24 हजार लोग गणतंत्र दिवस परेड देख पाएंगे, जिनमें से 19 हजार आमंत्रित होंगे, शेष लोगों को टिकट लेकर परेड का साक्षी बनना पड़ेगा। इस वर्ष भी विदेशी मेहमान नहीं होंगे। कोरोना संक्रमण इसके पीछे प्रमुख कारण माना जा रहा है।
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