केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने 01 दिसंबर को गुजरात के गिर सोमनाथ में विकसित भारत संकल्प यात्रा (Developed India Sankalp Yatra) को संबोधित किया। अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा कि भारत (India) की आज़ादी के 75 वर्ष पूरे हो चुके हैं और जब हमारी आज़ादी के 100 वर्ष पूरे होंगे तब हर क्षेत्र में दुनिया में भारत सर्वप्रथम हो, ये संकल्प (Resolution) लेने का कार्यक्रम आज यहां हो रहा है।
130 करोड़ भारतीय ही बना सकते हैं देश को हर क्षेत्र में विकसित
शाह ने कहा कि भारत को हर क्षेत्र में विकसित, सर्वप्रथम और आत्मनिर्भर (first and foremost) सिर्फ 130 करोड़ भारतीय बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए आज की तरह ही देश के हर क्षेत्र में ये यात्रा जाएगी। उन्होंने कहा कि विकसित भारत (developed india) का संकल्प जो हम सबने लिया है, यह संकल्प एक शब्द मात्र नहीं है, बल्कि देश के करोड़ों गरीबों को सबके बराबर लाने का एक पुनीत विचार है और इसमें हमें सबके संकल्प के बल को जोड़ना है।
युवा पीढ़ी को आज़ादी के इतिहास के साथ जोड़ना
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आज़ादी के अमृत महोत्सव के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसके तीन उद्देश्य देशवासियों के सामने रखे थे। पहला, आजादी की लड़ाई के दौरान जाने-अनजाने सभी शहीदों को याद करना और युवा पीढ़ी को आज़ादी के इतिहास के साथ जोड़ना। दूसरा उद्देश्य था पिछले 75 वर्षों में देश द्वारा हासिल की गई उपलब्धियों पर गौरव करना और उनसे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना। तीसरा उद्देश्य था, भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संजोकर रखना और उस पर गौरवान्वित महसूस करना।
भारत को विश्व में सर्वप्रथम बनाने का संकल्प
शाह ने कहा कि आजादी के 75 सालों में एक विकसित भारत का संकल्प लेकर 75 से 100 साल तक के 25 सालों की यात्रा में सबके सामूहिक प्रयासों से भारत को विश्व में सर्वप्रथम बनाने का संकल्प लेना भी आज़ादी के अमृत महोत्सव का एक उद्देश्य था। उन्होंने कहा कि इस संकल्प की सिद्धि के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विकसित भारत संकल्प यात्रा की कल्पना की है, जो देश की हर पंचायत तक जाएगी और मोदी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जागरूकता और उनका लाभ सभी तक पहुँचाने का काम करेगी।
हर व्यक्ति तक पहुंची बुनियादी सुविधाएं
शाह ने कहा कि वर्ष 2014 तक देश में करोड़ों लोग ऐसे थे जिनके पास घर,गैस कनेक्शन, शौचालय, पीने का पानी और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं तक नहीं थीं और इन करोड़ों लोगों को हर सुविधा के लिए संघर्ष करना पड़ता था। उन्होंने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी ने संकल्प किया कि हर घर में बैंक खाता, गैस कनेक्शन, शौचालय, नल से जल होगा और हर व्यक्ति के स्वास्थ्य का 5 लाख रूपए तक का खर्च सरकार उठाएगी।
करोड़ों लोगों को प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज मुफ्त दिया
शाह ने कहा कि मोदी ने देश के करोड़ों लोगों को प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज मुफ्त दिया और इन करोड़ों लोगों को मूलभूत सुविधाएं देकर इनके जीवन को बदलने की शुरूआत की। उन्होंने कहा कि सिर्फ एक बैंक खाता खुलने से कई तरह के फायदे हुए और अब देश के किसानों के खाते में सालाना 6 हज़ार रूपए केन्द्र सरकार द्वारा जमा कर दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि पिछली कई सरकारों ने सत्ता हासिल करने के लिए ऋण खत्म करने की बात की लेकिन मोदी ऐसी व्यवस्था कर दी कि किसान को ऋण ही ना लेना पड़े।
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