दिवंगत रमेश लटके के निधन के बाद उद्धव गुट ने जोर देकर कहा कि उनकी पत्नी ऋतुजा लटके को इस खाली सीट पर खड़ा होना चाहिए। इसलिए ऋतुजा लटके ने बीएमसी लिपिक के पद से इस्तीफा दे दिया और एक महीने का वेतन देकर इस इस्तीफे को स्वीकार करने का अनुरोध किया। लेकिन उनका इस्तीफा नगर पालिका ने स्वीकार नहीं किया। इस बीच यह बात सामने आई है कि ऋतुजा लटके का इस्तीफा 14 अक्टूबर को स्वीकार कर लिया गया है।
बॉम्बे हाईकोर्ट ने बॉम्बे नगर निगम को आदेश दिया था कि वह ऋतुजा लटके के इस्तीफे को 14 अक्टूबर की सुबह 11 बजे तक मंजूरी दे दें। इसके बाद यह बात सामने आई है कि नगर पालिका ने उनके इस्तीफे को मंजूरी देते हुए एक पत्र तैयार किया है। ऐसे में अब ऋतुजा लटके की अंधेरी पॉट चुनाव की राह साफ हो गई है और वह अपनी उम्मीदवारी दाखिल कर सकती हैं।
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दर्ज कराई गई भ्रष्टाचार की शिकायत
इस बीच 12 अक्टूबर 2020 को ऋतुजा लटके के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत दर्ज कराई गई है। इसलिए, उनके इस्तीफे को अभी तक मंजूरी नहीं दी गई है, बीएमसी के वकीलों ने बॉम्बे उच्च न्यायालय को बताया। लेकिन अदालत ने उन्हें यह कहते हुए फटकार लगाई कि वह स्पष्ट करें कि क्या वह अपना इस्तीफा स्वीकार करने जा रहे हैं। कोर्ट के फैसले के बाद मुझे इंसाफ के भगवान से इंसाफ मिला है। हम अपने पति की विरासत को जारी रखेंगे। इस समय ऋतुजा लटके ने स्पष्ट किया था कि इस्तीफे की स्वीकृति की प्रति मिलने के बाद वह उम्मीदवारी का फॉर्म भर देंगी।