आरएसएस का 8 दिवसीय चिंतन शिविर: जानिये, किन विषयों पर होगा मंथन

देहरादून में 4 अप्रैल से रायवाला स्थित अरावैली आश्रम में आरएसएस का चिंतन शिविर आयोजित किया जा रहा है। यह बैठक 11 को अप्रैल तक चलेगी।

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) हमेशा दूरगामी योजनाओं के मंत्र को लेकर सतत आगे बढ़ता है। यही संघ की सफलता का राज है। इसी कड़ी में उत्तराखंड के देहरादून के रायवाला स्थित आरोवैली आश्रम में 4 अप्रैल से अखिल भारतीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की जा रही है। इस बैठक में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत सहित पूरी कार्यकारिणी मौजूद रहेगी। बैठक में संघ अपनी 20 साल की भावी भूमिका को लेकर खाका तैयार पर फोकस करेगा।

4 अप्रैल से रायवाला स्थित अरावैली आश्रम में आरएसएस का चिंतन शिविर आयोजित किया जा रहा है। यह बैठक 11 को अप्रैल तक चलेगी। इस बार की चिंतन बैठक कई मायने में महत्वपूर्ण मानी जा रही है। बैठक में संघ एक-दो साल नहीं बल्कि आगामी 20 साल की योजनाओं को लेकर आगे बढ़ेगा। चिंतन शिविर में साल 2025 में संघ की स्थापना को 100 वर्ष पूरे होने पर शताब्दी वर्ष को भव्य रूप देने पर चर्चा होगी।

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संघ को विस्तार देने की योजना
हमेशा से संघ भविष्य की दूरगामी रणनीति के साथ काम करता आया है। यही कारण है कि अन्य संगठनों से संघ का कार्य इतर दिखता है। बताया जा रहा है कि संघ अपने कार्यों को और विस्तार देने के लिए विशेष प्लान पर काम कर रहा है। इस योजना को और प्रभावी बनाने के विषय पर मंत्रणा की जाएगी। बैठक में संघ से जुड़े हिंदूवादी संगठनों के प्रमुख पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों की प्रगति रिपोर्ट भी प्रस्तुत करेंगे।

किए गए कार्यों का प्रभाव बढ़ा
बैठक में देशभर के क्षेत्रों की समस्याओं और उसके निवारण को लेकर चर्चा की जाएगी। जिन-जिन क्षेत्रों में अब तक संघ की ओर से किए गए कार्यो का प्रभाव बढ़ा है और वहां की समस्याओं को भी जाना जाएगा। शहरों में संघ की पकड़ मजबूत है। शहर के अलावा गांवों तक पैठ बनाने को लेकर इस बैठक में विशेष रूपरेखा तैयार की जाएगी। इसके साथ अब तक छूटे ऐसे वर्गों तक पकड़ बनाने की मुहिम को धार देने पर मंथन होगा। हालांकि संघ पहले से भी अपने अलग-अलग विंग के माध्यम से काम कर रहा है। इन सभी विषयों पर विचार-विमर्श किया जाएगा और उसको गति देने पर प्रमुख रूप से फोकस रहेगा। बैठक के बाद पदाधिकारी मिले लक्ष्य के साथ साथ अपने-अपने क्षेत्र में संघ कार्यों को गति देने की मुहिम को आगे बढ़ाएंगे।

बैठक 5 अप्रैल से प्रारंभ होगा
बैठक में प्रतिभाग करने के लिए संघ प्रमुख 4 अप्रैल को हवाई मार्ग से जौलीग्रांट पहुंचेंगे। जहां से सीधे बैठक स्थल आरोवैली आश्रम के लिए रवाना होंगे। बैठक विधिवत रूप से 5 अप्रैल से प्रारंभ होगा। जो 11 अप्रैल तक चलेगा। बैठक में 11 क्षेत्र में से 8 क्षेत्र प्रचारक अपेक्षित है। इसके अलावा कुछ वरिष्ठ प्रांत प्रचारक शामिल होंगे। भाजपा के संगठन महामंत्री बीएसल संतोष, एवीबीपी, बीएचपी, बीएमएस संगठन के प्रमुख और पदाधिकारी भी शामिल होंगे। बैठक में कुल 75 के करीब संघ पदाधिकारी प्रतिभाग करेंगे। बैठक में शामिल होने के लिए आज से पदाधिकारियों के आने का सिलसिला प्रारंभ हो गया है।

सुरक्षा का पुख्ता प्रबंध
बैठक में संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत सहित अन्य महत्वपूर्ण लोगों के शामिल होने पर सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन मुस्तैद है। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बैठक स्थल का दौरा कर संघ प्रमुख के रूट की जानकारी के साथ अन्य सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी ली। सुरक्षा के लिहाज से बैठक स्थल के साथ आसपास के क्षेत्रों में भी पुलिस नजर रखी हुई है।

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