RSS: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) के मुख्य संरक्षक इंद्रेश कुमार ने मंगलवार को पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर पाकिस्तान अपनी नीतियों में सुधार नहीं करता है, तो उसे गंभीर नतीजे भुगतने होंगे।
पीओजेके को वापस लेने का संकल्प
नई दिल्ली के हरियाणा भवन में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की एक बैठक में इंद्रेश कुमार ने पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) की वापसी का संकल्प लिया और कहा कि यदि परिस्थितियां मांगें, तो वे लाहौर तक तिरंगा फहराने से भी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कश्मीर घाटी में सुरक्षा चुनौतियों और बांग्लादेश में हिंदुओं, बौद्धों समेत सभी अल्पसंख्यकों पर हो रही बर्बरता की निंदा करते हुए विपक्ष की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह ऐसा मौका है जब हर किसी को जाति, मज़हब, समुदाय और दलगत राजनीति से ऊपर उठकर के इंसानियत का धर्म निभाना चाहिए।
बांग्लादेश में घटनाएं मानवता के खिलाफ
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की बैठक में उन्होंने इस बात पर भी चिंता जताई कि जिस तरह बांग्लादेश में महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है, वह तालिबान और आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठनों की बर्बरता की याद दिलाता है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या बांग्लादेश भी तालिबान के रास्ते पर जा रहा है? इस गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्होंने बांग्लादेश सरकार से सख्त कदम उठाने की अपील की और कहा कि इस तरह की घटनाएं मानवता के खिलाफ हैं और इन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।
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विपक्ष की चुप्पी बेहद खतरनाक
इंद्रेश कुमार ने विपक्षी दलों के नेताओं राहुल गांधी, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव, शरद पवार, उद्धव ठाकरे, एम.के. स्टालिन और ममता बनर्जी की चुप्पी पर सवाल उठाया। उन्होंने पूछा कि क्या उन्हें पश्चिम बंगाल में महिला डॉक्टर के साथ हो रही ज्यादतियां और बांग्लादेश में हिंदुओं, बौद्धों समेत अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार नहीं दिखते? संघ पदाधिकारी ने कहा कि बांग्लादेश में महिलाओं पर हो रहे हमलों पर विपक्ष की चुप्पी बेहद शर्मनाक और आपत्तिजनक है।