अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए धन जमा करने में घोटाले की खबरें आने के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने इसे गंभीर मामला बताया है। उन्होंने इसे लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ का आरोप लगाते हुए कहा है कि राम मंदिर निर्माण के लिए दुनिया भर से फंड जुटाया गया है। इसके साथ ही आम जनता से भी फंड जुटाया गया। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने खुद 1 करोड़ रुपये डोनेट किया है। इन सभी लोगों ने भक्ति भाव से मंदिर निर्माण के लिए चंदा दिया। अगर इसमें कोई घोटाला हुआ है, तो आस्था और श्रद्धा का कोई मतलब नहीं है। इसलिए,राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत, विश्व हिंदू परिषद, केंद्र सरकार और राम मंदिर निर्माण समिति के प्रमुख को इस बारे में स्पष्ट करना चाहिए।
मंदिर निर्माण ट्रस्ट में भाजपा भी सदस्य
शिवसेना सांसद ने कहा कि जब श्रीराम मंदिर बनाने का निर्णय लिया गया तो केंद्र सरकार ने एक समिति का गठन किया। शिवसेना को भी समिति में एक सदस्य होने की उम्मीद थी, लेकिन केंद्र सरकार ने भाजपा के अपने कई सदस्यों को लिया, इसलिए उन्हें जिम्मेदारी स्वीकार करनी चाहिए।
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राम मंदिर के नाम पर भूमि घोटाला
संजय राउत ने कहा कि राम मंदिर के नाम पर भूमि घोटाले ने भी हमारी आस्था को ठेस पहुंचाया है। इसलिए जरूरी है कि मंदिर ट्रस्ट के मुखिया पहले सामने आएं और बताएं कि ये क्या हो रहा है। राम मंदिर का मामला लोगों की आस्था और भक्ति का है। सभी ने इसका राजनीतिकरण किया , लेकिन हमने ऐसा नहीं किया। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने जमीन घोटाले का आरोप लगाया है। यह गंभीर मामला है। इसमें लोगों के विश्वास का गला घोंटा गया है।