भारतीय जनता पार्टी नेता तथा विधायक नीतेश राणे ने कहा कि निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाझे की भूमिका दिशा सालियन मौत मामले में संदेहास्पद रही है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि दिशा सालियन मौत मामले को छिपाने के लिए ही फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की हत्या की गई थी और दोनों जगह के सबूत मिटा दिए गए थे।
नीतेश राणे ने 22 फरवरी की सुबह मीडिया को बताया कि 8 जून 2020 को दिशा सालियन को काली मर्सिडीज से उनके मालाड स्थित घर पार्टी के बाद लाया गया था। इसके बाद मालाड स्थित दिशा सालियन के आवास पर ही रात में उनकी मौत हुई थी। 9 जून 2020 को सचिन वाझे को फिर से मुंबई पुलिस सेवा में बहाल किया गया था।
इसलिए सचिन वाझे की भूमिका संदेहास्पद है..
उनका कहना है कि काली मर्सिडीज सचिन वाझे इस्तेमाल करते थे, इसलिए सचिन वाझे की भूमिका संदेहास्पद लग रही है। इस मामले की सही जानकारी सुशांत सिंह राजपूत को मिल चुकी थी। इसी वजह से दिशा सालियन मौत मामले को छिपाने के लिए 14 जून 2020 को सुशांत की भी हत्या कर दी गई। सुशांत के बांद्रा स्थित आवास पर सीसीटीवी कैमरा 13 जून से ही बंद था तथा दिशा सालियन के आवास पर बिल्डिंग के आगंतुक रजिस्टर का 8 जून का पन्ना ही फाड़ दिया गया है।
रोहित राय पर लगाया यह आरोप
उनका कहना है कि दिशा सालियन के साथ रहने वाला रोहित राय मामले में क्यों नहीं बोल रहा है। इससे इन दोनों मामलों में दोनों की हत्या किए जाने का संदेह अपने आप उपस्थित हो रहा है। इन दोनों मामलों की छानबीन जांच एजेंसियों को करना चाहिए।
मालवणी पुलिस स्टेशन की भूमिका संदेहास्पद
नीतेश राणे ने कहा कि केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने पिछले सप्ताह जब इस मामले का पर्दाफाश किया, तो महापौर किशोरी पेडणेकर की शिकायत पर राज्य महिला आयोग ने इस मामले की रिपोर्ट 48 घंटे में सौंपने का आदेश मालवणी पुलिस स्टेशन को सौंपने का आदेश जारी किया है। इस मामले में मालवणी पुलिस स्टेशन की भूमिका संदेहास्पद रही है, इसी वजह से यह मामला सेंट्रल इंवेस्टिगेशन ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपा गया था। इसलिए मालवणी पुलिस स्टेशन की जांच रिपोर्ट महत्वहीन है और इस रिपोर्ट के आधार पर राज्य महिला आयोग कार्रवाई करने जा रही है, जो तथ्य से परे है।
दिशा सालियन थी कौन?
बता दें कि दिशा सालियन फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर थी। दिशा सालियन की बिल्डिंग से गिरने पर 8 जून को मौत हुई थी। जबकि सुशांत सिंह राजपूत की मौत 14 जून 2020 को उनके बांद्रा स्थित आवास पर हुई थी। इन दोनों मामलों की जांच सीबीआई कर रही है और अभी तक सीबीआई दोनों मामलों में मौत के कारणों का पता नहीं लगा सकी है। नीतेश राणे की नई जानकारी के बाद मामले की नए सिरे से जांच की संभावना जताई जा रही है।