ओपन एआई (Open AI) के सीईओ सैम ऑल्टमैन (CEO Sam Altman) भारत (India) आ गए हैं। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से मुलाकात (Meet) की है। इस बैठक में भारत में एआई के भविष्य और इसकी समस्याओं पर चर्चा की गई है। ऑल्टमैन ने अपनी इस मुलाकात की जानकारी ट्विटर पर दी है। ऑल्टमैन ने आईआईटी दिल्ली (IIT Delhi) में आयोजित डिजिटल इंडिया डायलॉग इवेंट में बातचीत के बारे में जानकारी दी है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात अच्छी रही। पीएम ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर उत्साह और चिंता जाहिर की है। ऑल्टमैन ने इस बैठक के प्रति अपनी संतुष्टि दिखाई है। उन्होंने इसे खास और मजेदार मुलाकात बताया है।
सैम अल्टमैन ने क्या कहा?
ओपनएआई के सीईओ ने एआई को लेकर प्रधानमंत्री के उत्साह और चिंताओं की तारीफ की है। अल्टमैन ने अपने ट्विटर हैंडल पर प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात की तस्वीर साझा की है। उन्होंने लिखा कि भारत के टेक इकोसिस्टम और एआई से देश को कैसे फायदा होगा, इस पर पीएम नरेंद्र मोदी से खास बातचीत भी हुई।
Thank you for the insightful conversation @sama. The potential of AI in enhancing India’s tech ecosystem is indeed vast and that too among the youth in particular. We welcome all collaborations that can accelerate our digital transformation for empowering our citizens. https://t.co/OGXNEJcA0i
— Narendra Modi (@narendramodi) June 9, 2023
इस मुलाकात के दौरान पीएम मोदी और ऑल्टमैन ने भारत में एआई के दायरे पर चर्चा की। इसके साथ ही उभरती हुई तकनीक की कमियों और इसे कैसे नियंत्रित किया जाए, इस पर भी चर्चा हुई है। बता दें कि ओपनएआई ने चैटजीपीटी को पिछले साल नवंबर में लॉन्च किया था। यह चैटबॉट लॉन्च के समय से ही काफी लोकप्रिय है।
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ऑल्टमैन ने सत्र में कहा कि हमने यह सुनिश्चित करने के लिए चैटजीपीटी पर लगभग 8 महीने बिताए कि यह रिलीज के लिए पर्याप्त सुरक्षित था। हमने प्रौद्योगिकी का निर्माण किया है, हमने यह पता लगाने के लिए संगठनों के साथ काम किया है कि सीमाएं क्या होनी चाहिए और उन सभी का परीक्षण किया। हमें लगता है कि समन्वय और स्व-नियमन महत्वपूर्ण है। यह कुछ ऐसा है जिसे हम पेश करना चाहते हैं। दुनिया को पूरी तरह से कंपनियों के हाथों में नहीं छोड़ना चाहिए।
भारत के मजबूत आईटी उद्योग और डेटा के एक बड़े सेट को देखते हुए, एआई-आधारित यूटिलिटीज देश में विशाल क्षमता का दोहन कर सकती हैं। हालाँकि, एआई अभी भी अपनी प्रारंभिक अवस्था में है। इस साल फरवरी में नैसकॉम के आंकड़ों का हवाला देते हुए सरकार ने कहा था कि भारत में कुल एआई रोजगार लगभग 4,16,000 पेशेवर हैं। वहीं, सेक्टर की ग्रोथ रेट 20-25 फीसदी रहने का अनुमान है।
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