दिल्ली में चल रहे किसान यूनियन के आंदोलन में उनके नेताओं के उद्देश्यों को लेकर सदा ही शंका होती रही है। अब एक ऐसी घटना हुई है जिससे इनके राष्ट्र प्रेम की भी पोल खुल गई है। संयुक्त किसान मोर्चे के एक नेता को मात्र इसलिए निलंबित कर दिया गया है क्योंकि, उन्होंने मंच से खालिस्तानी आतंकी, गुरपतवंत सिंह पन्नू और नाम न लेते हुए भिंडरावाले का विरोध किया था।
संयुक्त किसान मोर्चा सिख समर्थित 32 यूनियनों का गठबंधन है, जो दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहा है। इसके एक नेता रुलदू सिंह मनसा ने मंच से खालिस्तानी, सिख फॉर जस्टिस का आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू और जरनैल सिंह भिंडरावाले का प्रखर विरोध किया था। रुलदू सिंह मनसा की यह सच्चाई किसान यूनियन के नेताओं को नहीं पची।
ये भी पढ़ें – येदियुरप्पा के बाद कर्नाटक में किसकी कुर्सी? पढ़ें वो नाम जो चर्चा में हैं
मनसा ने खालिस्तानियों को लिया आड़े हाथों
21 जुलाई को रुलदू सिंह मनसा भाषण दिया था।
खालिस्तानी शक्तियां प्रदर्शन में घुसपैठ करना चाहती हैं। वे अमेरिका में बैठे हैं, मैं उन्हें कुत्ता कहता हूं जिन्हें सरकार ने किराए पर लिया है। वे भौंकते रहते हैं, परंतु हमें पता है कि वहां अमृतसर में बैठकर कैसे एक शख्स युवकों को भड़काता था। उसके भड़कावे के कारण हमारे 25 हजार युवक पुलिस के हाथों शहीद हो गए। अब यह पन्नू नाम का कुत्ता भौंक रहा है, यह करो, वह करो। मेरे दोस्तों, तुम लोग वहां क्यों डॉलर कमा रहे हो, यहां आओ तब तुम्हें लड़ाई की सच्चाई पता चलेगी। दूर बैठकर सलाह देना आसान होता है।
रुलदू सिंह मनसा – अध्यक्ष पंजाब किसान यूनियन
सिखों के नाम और रुलदू का आंदोलन से काम तमाम
मनसा ने कुल 10 मिनट भाषण दिया था। जिसमें मात्र अंतिम 45 सेकंड खालिस्तानियों की बखिया उधेड़ी, जबकि 9 मिनट 30 सेकंड तक केंद्र सरकार को जमकर लताड़ा था। इस आंदोलन को करनेवाली 32 किसान यूनियनों को रुलदू सिंह मनसा का वह 45 सेकंड का खालिस्तानियों के विरोध वाला भाषण बुरा लग गया।
मनसा द्वारा सिखों की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाते हुए किसान यूनियन के नेता हरिंदर सिंह लखोवाल, जगजीत सिंह दल्लेवाल ने संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक बुलाई और रुलदू सिंह मनसा को 15 दिनों के लिए निलंबित कर दिया। इस बीच रूलदू किसान यूनियन के किसी मंच पर नहीं जा सकते।
कौन हैं रूलदू सिंह मनसा?
रूलदू सिंह मनसा पंजाब किसान यूनियन के अध्यक्ष हैं और ऑल इंडिया किसान महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
ये भी पढ़ें – महाराष्ट्रः भास्कर जाधव के महिला से दुर्व्यवहार पर फडणवीस ने किया ऐसा वार!
गुरनाम सिंह चढूनी पर भी कार्रवाई
हरियाणा भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी को इसके पहले सात दिनों के लिए संयुक्त किसान मोर्चा निलंबित कर चुका है। उन पर राजनीतिक बयानबाजी और पंजाब किसान यूनियनों को भड़काने के आरोप लगाए गए थे। चढूनी ने कहा था कि, यदि उत्तर प्रदेश चुनाव की बात की जाती है तो पंजाब चुनाव की भी बात होनी चाहिए।