Sandeshkhali Case: उत्तर 24 परगना (North 24 Parganas) के संदेशखाली (Sandeshkhali) में पुलिस की लाख सतर्कता के बावजूद हालात सामान्य होने का नाम नहीं ले रहे हैं। 24 फरवरी (शनिवार) को एक बार फिर धारा 144 लागू होने और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती के बावजूद स्थानीय महिलाएं सड़कों पर उतर आईं और विरोध प्रदर्शन किया।
संदेशखाली के माझेरपाड़ा इलाके में लाठी-डंडे और झाड़ू लेकर सैकड़ों महिलाएं उतर गई और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इन महिलाओं ने जल्द से जल्द शेख शाहजहां को गिरफ्तार करने की मांग की और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाये। सूचना मिलने के बाद अतिरिक्त संख्या में पुलिस की टीम मौके पर पहुंची लेकिन विरोध प्रदर्शन जारी रहा।
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राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग
खास बात यह है कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (National Human Rights Commission) (एनएचआरसी) की टीम 23 फरवरी (शुक्रवार) को पश्चिम बंगाल (West Bengal) के संदेशखाली (Sandeshkhali) पहुंच कर महिलाओं के यौन उत्पीड़न (women sexual harassment) के आरोपों के बारे में ग्रामीणों से बात की। उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में तृणमूल नेता शाहजहां शेख (Shahjahan Sheikh) और उसके समर्थकों पर जमीन हड़पने एवं महिलाओं के यौन उत्पीड़न का आरोप है।
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पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी
एनएचआरसी की ओर से बताया गया है कि उसने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर संदेशखाली में हुई हिंसा के संबंध में चार सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने के लिए कहा है। इससे पहले कल राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (National Commission for Scheduled Tribes) (एनसीएसटी) की टीम ने 22 फरवरी (गुरुवार) सुबह उत्तर 24 परगना (North 24 Parganas) स्थित संदेशखाली (Sandeshkhali) में महिलाओं की शिकायतें सुनी। इस दौरान स्थानीय लोगों से जमीन पर जबरन कब्जा करने और उत्पीड़न की कुल 23 शिकायतें मिली हैं।
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