Bihar: जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा का 4 जुलाई को दिल्ली से पटना पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की जदयू की मांग का एक बार फिर से संजय झा ने उल्लेख किया।
झा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अगले पांच साल में बिहार में बहुत काम होगा। केंद्र सरकार से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा या विशेष पैकेज दिलाने के लिए बात हो रही है। संसद में भी इसे उठाया गया था। जल्द ही इस पर बड़ा फैसला होने का उन्होंने दावा किया।
आरक्षण की सीमा बढ़ाने के लिए खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा
जाति गणना रिपोर्ट के बाद बिहार में आरक्षण की सीमा को बढ़ाकर 65 प्रतिशत करने के नीतीश सरकार के आदेश को पटना हाई कोर्ट द्वारा रद्द किए जाने पर संजय झा ने कहा कि हम लोग पहले ही इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि देश में बिहार में पहला राज्य है जहां जातीय गणना हुई है उसी आधार पर आरक्षण की सीमा को बढ़ाया था। इस मामले में हाई कोर्ट का जो फैसला आया है उसे पहले ही सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जा चुकी है।
विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग उठाने की तैयारी
विशेष राज्य के मुद्दे पर मोदी सरकार के मंत्रियों ने कई बार कहा है कि बिहार के लिए ऐसा कोई प्रावधान नहीं किया जा सकता है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कई मौकों पर इसे लेकर सरकार की योजना को रखा है, जिसमें अब देश के किसी राज्य को विशेष राज्य का दर्जा नहीं देने की बातें कही गई है। ऐसे में एनडीए सरकार में शामिल जदयू ने अब इस मुद्दे पर जोरदार तरीके से बातों को रखा है।
Astronomy: सूरज और पृथ्वी के बीच 5 जुलाई को रहेगी साल की सबसे अधिक दूरी, जानिये क्या है खगोलीय कारण
बेहद अहम मुद्दा
संजय झा खुद इस मुद्दे की अगुवाई करते दिख रहे हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि यदि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जाता तो विशेष पैकेज की मांग भी हम करेंगे। ऐसे में इस मुद्दे पर केंद्र सरकार और जदयू में आने वाले दिनों में कौन सा फॉर्मूला निकाला जाता है, यह बेहद अहम होगा।