राज्य में हनुमान चालीसा और मस्जिदों के भोंगे को लेकर राजनीति गरमाई हुई है। कल तक मंदिर और हनुमान से दूर बैठी शिवसेना मनसे प्रमुख की घोषणा के बाद जय हनुमान कहने लगी है।
वरिष्ठ शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने हनुमान चालीसा पाठ करने के लिए राज्य के नए औवैसी को चुनौती तक दे दी है। इस बीच राऊत साहब यह भी भूल गए कि उन्हें खुद को हनुमान चालीसा नहीं आती। वे हनुमान चालीसा पाठ करने की चुनौती देते हुए यह बोल रहे थे कि, नए ओवैसी इसका पठन करके बताएं और एक कागज पर लिखे स्तोत्र पढ़ने लगे।
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बताया चालीसा पढ़ा स्तोत्र
संजय राऊत जब अपना स्तोत्र पाठ कर चुके तो पत्रकार ने बताया कि, साहब आप जो पढ़ रहे थे, वह हनुमान चालीसा नहीं है, बल्कि हनुमान स्तोत्र है। इस पर संजय राऊत यह कहकर बच गए कि, हम हनुमान भक्त हैं।