किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत का एक ट्वीट उन्हें महंगा पड़ रहा है। इसके विरुद्ध ट्विटर यूजर्स ने मोर्चा खोल दिया है, लोगों ने आरोप लगाया है कि राकेश टिकैत ऐसे विपक्ष के प्रभाव में कर रहे हैं। कई लोगों ने तो इसे देश की छवि धूमिल करने का प्रयत्न बताया है। यह विपक्ष का टूलकिट हो सकता है, ऐसा आरोप ट्विटर यूजर लगा रहे हैं।
अमेरिका के न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक हो रही है। इस बैठक में सम्मिलित होने के लिए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न्यूयॉर्क में हैं। प्रधानमंत्री की अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से भेंट होनी है। इसके पहले किसान यूनियम के नेता राकेश टिकैत ने एक ट्वीट राष्ट्रपति जो बाइडेन को किया है। जिसमें वे लिखते हैं…
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प्रिय @POTUS, हम भारतीय किसान पीएम मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि सुधार कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। पिछले 11 माह में 700 किसानों की मौत हुई है। इन काले कानूनों को समाप्त करके हमें बचाया जा सकता है। कृपया पीएम मोदी से भेंट के दौरान हमारे मुद्दों पर गौर करें।
Dear @POTUS, we the Indian Farmers are protesting against 3 farm laws brought by PM Modi's govt. 700 farmers have died in the last 11 months protesting. These black laws should be repealed to save us. Please focus on our concern while meeting PM Modi. #Biden_SpeakUp4Farmers
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) September 24, 2021
रमाकान्त नामक एक ट्विटर यूजर ने टिकैत के इस कार्य को गलत बताया है, उन्होंने ट्वीट किया है कि, ये सही नहीं है। हम खुद सक्षम हैं, कोई तीसरा चौधरी क्यों बने?
ये सही नहीं है , हम खुद सक्षम हैं । कोई तीसरा चौधरी क्यों बने
— Ramakant Yadav (@RamakantYadav_) September 24, 2021
इसी प्रकार दूसरे ट्विटर यूजर ने तीखी टिप्पणी की है। जिसमें राकेश टिकैत को दलाल करार दिया है।
बाइडेन चचा, हमारी भी सुनियो
यो टिकैत किसान नहीं दलाल है दलाल!!
— Dinesh Pant (@DineshP777) September 24, 2021
एक ट्विटर यूजर ने घोड़े पर चढ़े नेता को दिखाया है, जो कांग्रेस नेता राहुल गांधी जैसा प्रतीत होता है।
— 𝗜𝗡𝗗𝗜𝗔 𝙵𝚒𝚛𝚜𝚝 ℹ (@India_1rst) September 24, 2021
सी.बी शुक्ला नामक एक एक यूजर ने लिखा है, कृषि कानून किसानों के लिए है, राकेश टिकैत किसानों का प्रतिनिधित्व नहीं कर रहे हैं, बल्कि वे उन बिचौलियों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं जो मोटा कमीशन लेते हैं। यह पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित प्रदर्शन है, जिसे विपक्षी राजनीतिक पार्टियों ने मोदी की छवि धूमिल करने के लिए चलाया है।
Farm laws are for the sake of farmers. But Mr.Tikait is not representing farmer but he is representing middlemen who were enjoying through commission. Its a purly politically motivated protest driven by opposite political parties to tarnish the image of Modi who has vast majority
— C. B. Shukla (@CBShukla3) September 24, 2021
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