भाजपा के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि कुछ कांग्रेस और राकांपा के नेताओं ने मराठा आरक्षण विरोधी याचिकाओं को बढ़ावा देने का काम किया। इसके लिए उन्होंने आर्थिक मदद भी की। इस वजह से मराठाओं को मिलनेवाला आरक्षण रद्द कर दिया गया। उन्होंने कहा कि अब अगर कोई मराठा समुदाय को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन करना चाह रहा है तो कांग्रेस नेता सचिन सावंत को अफवाह फैलाना बंद कर देना चाहिए।
मेहनत व्यर्थ चली गई
भाजपा नेता ने कहा कि यह भी पता चला है कि कुछ नेताओं ने सेव मेरिट सेव नेशन के लिए डोनेशन दिया। इसलिए सचिन सावंत को कम से कम इस संवेदनशील मुद्दे पर अफवाह फैलाने से बाज आनी चाहिए। मराठा आरक्षण जैसे संवेदनशील मुद्दे पर उनको समुदाय के साथ गंदा खेल खेलने का कोई अधिकार नहीं है। पिछले 60 साल से जिस मुद्दे को कांग्रेस सरकार ने ठंडे बस्ते में डालकर रखा था, उस आरक्षण को दिलाने का काम देवेंद्र फडणवीस सरकार ने किया था। इतना ही नहीं, उच्च न्यायालय में भी उसे बरकरार रखा गया था। लेकिन यह सरकार गायकवाड़ आयोग की सिफारिश का अनुवाद भी सर्वोच्च न्यायालय में प्रस्तुत नहीं कर पाई। इस वजह से कड़ी मेहनत से मराठा समाज के लिए प्राप्त किया गया आरक्षण व्यर्थ साबित हो गया।
ये भी पढ़ेंः महाराष्ट्रः शिवसेना की सत्ता साफ! जानें कैसे लिया भाजपा ने बदला
सावंत को आत्मनिरीक्षण की जरुरत
उपाध्याय ने कहा कि अब जब भाजपा ने मराठा समुदाय के साथ मजबूती से खड़े होने का निर्णय लिया है तो सचिन सावंत क्यों नाराज हैं? जब हम सत्ता में थे, तब भी मराठा समुदाय के साथ थे और आगे भी रहेंगे। खुद कुछ नहीं करना और दूसरों के किए कामों में अड़चनें पैदा करना, हमेशा से कांग्रेस पार्टी की संस्कृति रही है। उन्हें पार्टी की इस आदतों का अनुसरण नहीं कर खुले मन से समाज के हित में सोचना चाहिए। उन्हें आत्मनिरीक्षण करने की जरुरत है।