केंद्रीय चुनाव आयोग ने आखिरकार एकनाथ शिंदे को शिवसेना नाम और धनुष बाण सिंबल दे दिया है। 78 पन्नों के आदेश में चुनाव आयोग ने शिंदे गुट की दलीलों को सही ठहराया। इसके बाद आयोग ने अवलोकन किया। भारत के चुनाव आयोग ने देखा कि शिवसेना का वर्तमान संविधान अलोकतांत्रिक है।
चुनाव आयोग के इस फैसले पर उद्धव ठाकरे ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि चुनाव आयोग आज केंद्र का गुलाम बन गया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में तानाशाही नहीं चलेगी और शिवसेना समाप्त नहीं होगी, शिवसेना और जोर से ऊपर आएगी।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि वे चुनाव आयोग के इस फैसले को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती देंगे। उन्होंने कहा कि अभी अंतिम उम्मीद खत्म नहीं हुई है और हमें सर्वोच्च न्यायालय से न्याय मिलने की उम्मीद है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में मोदी और भाजपा नहीं, बालासाहेब और शिवसेना चलती है। इसलिए लोग बालासाहेब और शिवसेना का नाम चुरा रहे हैं।
उद्धव ठाकरे ने शिंदे गुट से सवाल पूछा कि आपने हाल ही में हुए उपचुनाव क्यों नहीं लड़ा। ठाकरे ने कहा कि हम उपचुनाव में बिना सिंबल के लड़े और परिणाम सबके सामने है। ठाकरे ने कहा कि चुनाव आयोग का फैसला बिलकुल गलत है और हम इसे सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती देंगे।
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