महाराष्ट्र : शिवसेना के ‘संजय’ का सशर्त त्यागपत्र, सीएम का ये है निर्णय…

पूजा चव्हाण की आत्महत्या के मामले में फंसे संजय राठोड को लेकर शिवसेना की फजीहत हो रही थी। इसके पहले भी राज्य सरकार के घटक दलों के दो नेताओं पर ऐसे आरोप लग चुके हैं।

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महाराष्ट्र के वनमंत्री संजय राठोड ने अंतत: अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है। मंत्री एकनाथ शिंदे और अनिल परब के साथ मुख्यमंत्री निवास पर जाकर त्यागपत्र दिया लेकिन एक शर्त भी रखी है। राज्य के बजट सत्र से पहले इस मुद्दे पर विपक्ष के कड़े तेवर के देखते हुए ये निर्णय लिया गया है। खबर है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने संजय राठोड की शर्त को ठुकरा दिया है।

अब तक सशर्त जमानत, सशर्त सहायता की जाती थी। लेकिन महाराष्ट्र सरकार में नई प्रथा की शुरुआत हुई है जिसमें अब आरोप लगने के बाद मंत्री ने सशर्त त्यागपत्र मुख्यमंत्री को सौंपा है। सरकार के पास इस मुद्दे पर बजट सत्र में घिरने का इससे बड़ा उपाय नहीं था। लेकिन शर्तिया त्यागपत्र कितना बचा पाएगा ये सबसे बड़ा प्रश्न है।

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त्यागपत्र मंजूर है
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने संजय राठोड का त्यागपत्र मंजूर कर लिया है। इसे शिवसेना के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। संजय राठोड का विभाग किसके पास जाएगा ये भी सबसे बड़ा प्रश्न है। इसी प्रकार शिवसेना के खाते के इस मंत्री पद के लिए किसका नंबर लगेगा इसके लिए जोड़तोड़ शुरू हो गई है

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ये है प्रकरण
पूजा चव्हाण नामक एक युवती ने 22 फरवरी को इमारत से कूदकर जान दे दी थी। वह पुणे के वनवाडी क्षेत्र के हेवन पार्क में किराए के मकान में रहती थी। इस मामले में महाराष्ट्र पुलिस ने दुर्घटना मृत्यु का मामला दर्ज किया था।
इस प्रकरण में राज्य के वन मंत्री संजय राठोड का नाम सामने आया था। संजय राठोड के संबंध युवती से होने के आरोप लगे थे। जिसका संजय राठोड ने विरोध किया है। इस प्रकरण में कई ऑडियो क्लिप भी सामने आई हैं। जिसमें कथित मंत्री की बातचीत बताई जा रही है। इस प्रकरण की जांच जारी है।

विपक्ष ने घेरा सरकार को
इस प्रकरण में वन मंत्री संजय राठोड के त्यागपत्र की मांग विपक्ष में बैठी भारतीय जनता पार्टी कर रही है। उसका आरोप है कि राष्ट्रवादी युवक कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष महबूब शेख पर बलात्कार का आरोप और मंत्री धनंजय मुंडे पर लगे आरोपों के बाद ये तीसरा प्रकरण था जिसमें कार्रवाई नहीं हुई है। जिसके कारण महाराष्ट्र विकास आघाड़ी की सरकार विपक्ष के निशाने पर है। बजट में इस मुद्दे के गरमाने का पूरा अंदेशा है। जिसके पहले ही शिवसेना ने अपने मंत्री से इस्तीफा ले लिया है।

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