महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी सरकार के एतराज के बावजूद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी 4 अगस्त को मराठवाड़ा के दौरे पर रवाना हो गए । इसे लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत ने राज्यपाल की आलोचना की है। राउत ने इसके लिए भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा है।
शिवसेना सांसद ने कहा कि जहां सत्ता में नहीं है, भाजपा उन राज्यों में राज्यपालों के माध्यम से समानांतर सरकार चला रही है। यह दिल्ली के साथ ही पश्चिम बंगाल में भी देखा जा सकता है। राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में भी राज्यपाल काफी सक्रिय हैं और वे केंद्र के इशारे पर दौड़ रहे हैं। उन्होंने राज्यपाल पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें दौड़ने दो, वे दौड़ेंगे और फिर गिरेंगे।
जनता को विपक्ष से उम्मीद
संजय राउत ने पेगासस जासूसी कांड पर कहा कि इस मामले में संसद में चर्चा होनी ही चाहिए, क्योंकि यह राष्ट्र की सुरक्षा से संबंधित मामला है। देश यह जानना चाहता है कि यह जासूसी कांड है क्या? सरकार से तो उन्हें कोई उम्मीद नहीं है, लेकिन विपक्ष से उन्हें इसे लेकर उम्मीदें हैं।
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विपक्ष सरकार की जी हुजूरी नहीं करेगा
शिवसेना सांसद ने कहा कि यह सरकार न तो किसानों के मुद्दे पर चर्चा कर रही है और न ही पेगासस जासूसी कांड पर चर्चा करना चाहती है। सरकार का शुरू से ही संसदीय ढांचे और लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश रही है। अगर वह यह अपेक्षा रखती है कि विपक्ष उनकी जी हुजूरी करेगा तो यह संभव नहीं है।
विपक्ष को जाना पड़ा सर्वोच्च न्यायालय
राउत ने कहा कि सरकार पेगासस मुद्दे पर चर्चा कराने को तैयार नहीं है। इसलिए विपक्ष को सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ा है। सरकार अन्य मुद्दों पर चर्चा करने को तैयार है, लेकिन जिन मुद्दों पर विपक्ष चर्चा करना चाहती है, उन मुद्दों पर नहीं। शिवसेना सांसद ने कहा कि स्वतंत्रता और लोकतंत्र की रक्षा के लिए देश में कई लड़ाइयां लड़ी गई हैं। जो लोग ने लोकतंत्र पर हमला कर रहे हैं, उनका अंत करीब है।