महाविकास आघाड़ी सरकार में तकरार बढ़ रही है। अब नासिक से शिवसेना विधायक अपने ही सरकार के मंत्री के विरुद्ध हो गए हैं, उन्होंने उनके विरुद्ध मोर्चा खोलते हुए न्यायालय की शरण में गए हैं। इस याचिका में प्रशासनिक अधिकारियों को भी खींचा गया है।
नांदगांव से शिवसेना विधायक सुहास कांदे नासिक के पालक मंत्री और अन्न व नागरी आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल के निर्णय के विरुद्ध न्यायालय पहुंच गए हैं। दोनों ही दलों के नेताओं में अनबन कोई नई बात नहीं है। नांदगांव विधान सभा सीट से ही छगन भुजबल के पुत्र पंकज भुजबल चुनाव लड़ते हैं। जिन्हें पराजित करके सुहास कांदे विधायक बने हैं।
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ऐसे उठा विवाद
राज्य में भारी बारिश के कारण कई क्षेत्र बाढ़ की चपेट में थे। 11 सितंबर 2021 को नांदगांव के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का मंत्री छगन भुजबल ने दौरा किया था। इस दौरे में शिवसेना विधायक ने बाढ़ प्रभावितों के लिए तत्काल सहायता देने की मांग की थी। इसके कारण दोनों नेताओं में मंच पर ही गरमागरम बहस हो गई थी। इसी दिन से दोनों नेताओं के बीच जंग शुरू है। छगन भुजबल के निर्णय को चुनौती देने के लिए सुहास कांदे ने उच्च न्यायालय से गुहार लगाई है, जिसमें जिला नियोजन अधिकारी और जिलाधिकारी का भी नाम है। कांदे का आरोप है कि छगन भुजबल ने निधि को ठेकेदारों के हाथों बेच दिया है, जिसके लिए उनके पास पांच सौ से अधिक साक्ष्य हैं।
गिते भी विरोधी सुर अपना चुके हैं
रायगड के शिवसेना नेता अनंत गिते भी कुछ दिनों पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पर अपना गुस्सा निकाल चुके हैं। उन्होंने साफ कहा था कि ये स्वार्थ की सरकार है।