श्री रामचरित मानस पर विवादित बयान देने वाले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य को वाराणसी में 12 फरवरी को युवाओं के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। वाराणसी से सोनभद्र जाते समय रामनगर टेंगरा मोड़ पर युवाओं ने स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले को काले झंडे दिखाए और उनके वाहन पर काली स्याही भी फेंक दी।
यह देख साथ चल रहे लोग भी सकपका गये। साथ चल रहे सपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को धकेलते हुए युवाओं ने स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ नारेबाजी के साथ जयश्री राम के नारे भी लगाये। पुलिस ने विरोध कर रहे युवाओं को वहां से हटाकर मौर्य के काफिले को सोनभद्र के लिए रवाना किया। इस दौरान भी युवा स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।
माफी मांगने की मांग
विरोध प्रदर्शन में शामिल भाजपा के कार्यकर्ता दीपक सिंह राजवीर ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य बार-बार सनातन धर्म पर सवाल उठा रहे हैं। श्री रामचरित मानस पर विवादित टिप्पणी को सनातनी कभी माफ नहीं करेंगे। उन्हें लोगों से माफी मांगनी होगी। स्वामी प्रसाद मौर्य सिर्फ और सिर्फ देश को बांटना चाहते हैं। उनका न कोई सिद्धांत है न कोई विचार। वह एक मौका परस्त व्यक्ति है। सरकार से मौर्य के खिलाफ कार्यवाही की भी हमारी मांग है।