आर्थिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका में दवाओं का संकट गहरा गया है। मंगलवार को देश में आपातकालीन स्वास्थ्य स्थिति का ऐलान किया गया है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक श्रीलंका के गवर्नमेंट मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन की आपातकालीन समिति ने बैठक के बाद इसकी घोषणा की। एसोसिएशन की इस बैठक के दौरान आपातकाल कानून लागू करने और दवा की गंभीर कमी को लेकर चर्चा हुई।
असोसिएन के सचिव डॉ. शेनल फर्नांडो ने कहा है कि मरीजों की जान बचाने के लिए आपातकालीन स्वास्थ्य स्थिति की घोषणा करने का निर्णय लिया गया है। असोसिएन ने खुलासा किया कि सरकार के खराब प्रबंधन की वजह से देश में दवाओं की गंभीर कमी देखने को मिल सकती है।
तेल से लेकर चावल सबकुछ पहुंच दूर
उल्लेखनीय है कि श्रीलंका में आपातकाल की घोषणा हो चुकी है। सोमवार को करीब 2000 प्रदर्शनकारियों ने कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के आवास पर धावा बोल दिया। गुस्साये प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछारें कीं। श्रीलंका में इस समय चना 600 रुपये प्रति किलोग्राम और मूंगफली 900 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रही है। कोलंबो की मंडी में बासमती चावल की कीमत 400 रुपये से लेकर 480 रुपये प्रति किलोग्राम है। एक लीटर नारियल का तेल 900 रुपये है।