सावरकर स्ट्रैटेजिक सेंटर (Savarkar Strategic Center) ने 21 अक्टूबर को एक प्रस्ताव किया कि नियंत्रण रेखा पूरी तरह सुरक्षित होने तक भारत सरकार को जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) का केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा बरकरार रखना चाहिए। शनिवार 21 अक्टूबर को मुंबई के दादर स्थित स्वातंत्र्यवीर सावरकर नेशनल मेमोरियल (Veer Savarkar National Memorial) में सावरकर स्ट्रैटजिक सेंटर की ओर से ‘पाकिस्तान का कश्मीर पर बलात्कार’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
सावरकर स्ट्रैटजिक सेंटर ने लाए दो प्रस्ताव
इस मौके पर सावरकर स्ट्रैटजिक सेंटर की ओर से दो प्रस्तावों को मंजूरी दी गई । भारत सरकार को लद्दाख (Ladakh) को राज्य का दर्जा देने के लिए प्राथमिकता से पहल करनी चाहिए। साथ ही पहला प्रस्ताव सावरकर स्ट्रैटेजिक सेंटर के समन्वयक विनायक काले ने रखा कि केंद्रीय चुनाव आयोग को लद्दाख में निर्वाचित प्रतिनिधियों के लिए एक विधायी भवन बनाने की पहल करनी चाहिए। इसका समर्थन ब्रिगेडियर हेमंत महाजन, स्वतंत्रता सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के क्यूरेटर राजेंद्र वराडकर, सह-क्यूरेटर स्वप्निल सावरकर ने किया।
जड़ से खत्म हो पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद
इसी तरह, नियंत्रण रेखा पूरी तरह सुरक्षित होने तक जम्मू-कश्मीर का केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा बरकरार रखा जाना चाहिए। इसके अलावा, सावरकर स्ट्रैटेजिक सेंटर के समन्वयक विनायक काले ने एक और प्रस्ताव रखा कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद (terrorism) को पूरी तरह से खत्म किया जाना चाहिए। इसका समर्थन कैप्टन सिकंदर रिज़वी और लेफ्टिनेंट कर्नल मनोज कुमार सिन्हा ने किया। इस अवसर पर स्वतंत्रता वीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के कार्यकारी अध्यक्ष रंजीत सावरकर लेफ्टिनेंट कर्नल मनोज कुमार सिन्हा, ब्रिगेडियर हेमंत महाजन, कैप्टन संजय पाराशर, कैप्टन सिकंदर रिजवी सहित वीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के कोषाध्यक्ष मंजिरी मराठे, केयरटेकर राजेंद्र वराडकर और सह -कार्यवाह स्वप्निल सावरकर भी मौजूद रहे।
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