Himachal Pradesh में चल रही सियासी उठापठक के बीच विपक्षी दल भाजपा(Opposition party BJP) ने कांग्रेस सरकार के अल्पमत में होने का दावा(The Congress government’s claim to be in the minority) किया है। भाजपा का यह भी कहना है कि कांग्रेस सरकार द्वारा सत्ता में बने रहने के लिए रेवड़ियां बांटी जा रही हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता, विधायक व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने 2 मार्च को पत्रकार वार्ता में कहा कि प्रदेश में चल रहे राजनीतिक संकट के समय सुक्खू सरकार के एक मंत्री द्वारा त्यागपत्र की घोषणा, मुख्यमंत्री की कार्य प्रणाली की आलोचना तथा अपने परिवार की कांग्रेस में हो रही उपेक्षा के आरोप ये सिद्ध करते हैं कि प्रदेश की सुक्खू सरकार अपने राजनीतिक अंतर्द्वंद के कारण संकट में है।
अल्पमत में सुक्खू सरकार
उन्होंने सुक्खू सरकार पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार की खींचतान व विधायकों की उपेक्षा से आज प्रदेश में राजनीतिक संकट पैदा हुआ है और सुक्खू सरकार अपना विश्वास खो चुकी है व अल्पमत में आ गई है ।
उन्होंने कहा कि योजनापूर्वक मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस सरकार जगह-जगह झगड़े करवा रही है। जबकि हिमाचल प्रदेश में शांति और कानून व्यवस्था बहाल रहनी चाहिए। यह योजनापूर्वक धरना प्रदर्शन एवं लड़ाईयां पूरी हिमाचल प्रदेश में करवा रहें है। छह विधायकों को कांग्रेस पार्टी ने अपने विधायक पद से हटा दिया है। ज्यादातर यह धरना प्रदर्शन वहीं हो रहे हैं।
15 विधायकों को सस्पेंड करने पर सवाल
उन्होंने कहा कि यह सरकार इस प्रकार काम कर रही है कि वो असंवैधानिक और लोकतंत्र के खिलाफ़ है। जिस प्रकार से पहले 15 भाजपा के विधायको को बजट सैशन के दौरान सस्पेंड कर दिया गया और अपनी मेजोरिटी को इन्होंने पेश किया। वह भी अलोकतांत्रिक था और अब वर्तमान में जिस प्रकार से छह विधायकों की विधानसभा की सदस्यता रद्द की, वो भी अलोकतांत्रिक है।
विधायकों को काला नाग बोलने वाला बयान दुर्भाग्यपूर्ण
विपिन परमार ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू का अपने ही विधायकों को काला नाग बोलने वाला बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। कांग्रेस विधायकों का रोष कांग्रेस सरकार के खिलाफ जाहिर हुआ। कांग्रेस विधायकों की सदस्यता एक फरमान से रद्द कर दी गई। कांग्रेस की अन्तर्कलह, विधायकों की नाराजगी, मन्त्री द्वारा पीड़ा व दर्द बताना, मंडी के बल्ह के पूर्व विधायक,कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व वर्तमान अध्यक्ष द्वारा सरकार का विरोध, दर्शाता कांग्रेस की वर्तमान स्थिति से यहीं आभास होता है कि कांग्रेस में आपकी लड़ाई चरम पर है उनके कारण यह राजनीतिक स्थिति आज प्रदेश में बनी है।